सभी भाषाओं में कॉमन हों NEET के पेपर: SC

By: Dilip Kumar
8/10/2017 6:59:16 PM
नई दिल्ली

मेडिकल एग्जामिनेशन-NEET को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि नीट के लिए एक कॉमन क्वेस्चन पेपर होना चाहिए। इस साल नीट के अलग-अलग भाषाओं के क्वेस्चन पेपर में क्वेस्चन अलग-अलग थे। किसी भाषा में आसान तो किसी में मुश्किल पेपर ने छात्रों को परेशान कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि सीबीएसई को कोर्ट में एक हलफनामा देना होगा कि अगले साल से वह कौन सी व्यवस्था अपनाएगा।

पिछले महीने छात्रों के एक ग्रुप ने याचिका दाखिल की थी और आरोप लगाया था कि आठ अन्य स्थानीय भाषाओं में नीट के सवाल इंग्लिश और हिंदी के मुकाबले बहुत मुश्किल थे। पूर्व की सुनवाई में सीबीएसई ने उन आरोपों को खारिज कर दिया था कि प्रश्न पत्र अलग-अलग थे। सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व की सुनवाई में उन कैंडिडेट्स का डेटा मांगा था जिनलोगों ने स्थानीय भाषा में एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया था।

सीबीएसई द्वारा जमा किए गए डेटा में उल्लेख किया गया था कि नीट 2017 में 100152 कैंडिडेट थे जिनमें से 30817 ने क्वॉलिफाई किया था। सिर्फ एक स्टूडेंट ही 600 से ज्यादा मार्क्स हासिल कर सका था जबकि 501-600 कैटिगरी वाले में 84 स्टूडेंट्स ने क्वॉलिफाई किया था।


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