भारत 11 साल बाद नॉटिंघम में जीता, इंग्लैंड को 203 रन से हराया

By: Dilip Kumar
8/22/2018 4:53:24 PM
नई दिल्ली

भारत ने तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड को 203 रन से हरा दिया। 5 टेस्ट की सीरीज में ये भारत की पहली जीत है। सीरीज के शुरुआती दोनों टेस्ट इंग्लैंड ने जीते थे। भारत को नॉटिंघम में 11 साल बाद जीत मिली। इससे पहले 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। उसके बाद 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में हार मिली थी। पिछली बार 2014 में मुकाबला ड्रॉ पर छूटा था। तब धोनी ही कप्तान थे। विराट ने यह जीत केरल के बाढ़ पीड़ितों को समर्पित की। इस टेस्ट में इंग्लैेंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। भारत ने पहली पारी में 329 रन बनाए। इंग्लैंड की पहली पारी 161 रन पर ऑलआउट हुई। भारत ने दूसरी पारी में 352/7 का स्कोर बनाकर इंग्लैंड को जीत के लिए 521 रन का लक्ष्य दिया, लेकिन मेजबान टीम दूसरी पारी में 317 रन पर ऑलआउट हो गई।

भारतीय कप्तान विराट कोहली को मैन ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने कहा, "यह जीत केरल के बाढ़ पीड़ितों को समर्पित। सीरीज के इस पड़ाव पर जीत बहुत जरुरी थी। हमने लॉर्ड्स में हार के बाद बल्लेबाजी और गेंदबाजी में एकजुट होकर प्रदर्शन किया। गेंदबाज 20 विकेट लेने के लिए तैयार थे। बल्लेबाजों ने भी अच्छे रन बनाए। स्लिप में हमने बेहतरीन कैच लिए। मैं 2014 के खराब प्रदर्शन के बारे में नहीं सोच रहा था। इस बार अच्छा करना चाह रहा था। यह मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड मैं अपनी पत्नी अनुष्का शर्मा को समर्पित करता हूं। 2-0 से पिछड़ने के बाद भी हम सीरीज में जीत सकते हैं। इसके लिए खुद पर विश्वास रखना होगा।"

इस सीरीज में भारत के लिए पहली बार शतकीय साझेदारी हुई। कोहली और अजिंक्य रहाणे ने पहली पारी में 159 रन जोड़े। कोहली ने दूसरी पारी में चेतेश्वर पुजारा के साथ 113 रन की साझेदारी की।  पिछले दो टेस्ट में खराब प्रदर्शन के बाद हार्दिक पंड्या पर लगातार सवाल उठ रहे थे। उन्होंने इस मैच में 6 विकेट लिए और 70 रन बनाए। कोहली ने सीरीज में दूसरी बार एक मैच में कुल 200 रन बनाए। इससे पहले उन्होंने एजबेस्टन में हुए पहले टेस्ट में भी 200 रन बनाए। 2014 में कोहली का प्रदर्शन खराब था। उन्होंने 5 टेस्ट में सिर्फ 134 रन ही बनाए थे। इस बार 3 टेस्ट में 2 शतक लगा चुके हैं। 

जसप्रीत बुमराह ने 8 महीने बाद टेस्ट खेला और मैच में कुल 7 विकेट ले लिए। उन्होंने इसी साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पिछला टेस्ट खेला था, तब भी 7 विकेट ही लिए थे। उनके आने से गेंदबाजी आक्रमण मजबूत हुआ।  पिछले दो टेस्ट में भारत ने स्लिप में 6 से ज्यादा कैच छोड़े थे, लेकिन इस मैच में सिर्फ एक ही कैच छूटा। इस मैच में लोकेश राहुल ने स्लिप में अकेले ही 6 कैच ले लिए।  विकेटकीपिंग में दिनेश कार्तिक ने लॉर्ड्स में हुए पिछले टेस्ट में 3 कैच छोड़े थे। उनकी जगह इस मैच में ऋषभ पंत को डेब्यू करने का मौका दिया गया। ऋषभ ने कुल 7 कैच लिए।


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