बिहार में लड़कियों की उच्च शिक्षा के लिए 1 फीसदी ब्याज पर मिलेगा लोन

By: Dilip Kumar
12/17/2018 3:15:56 AM
नई दिल्ली

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग व अनुमंडलों में एएनएम के साथ आइटीआई कॉलेज खुलेंगे. लड़कियों के लिए अलग से आइटीआई खोलने की प्रक्रिया चल रही है. बिहार में पांच नये मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. उन्होंने राज्य के पहले डिजिटल पंचायत सरकार भवन का उद‍्घाटन भी किया. वह रविवार को स्थानीय महावीर रामेश्वर इंटर कॉलेज परिसर में महावीर प्रसाद व रामेश्वर महतो की प्रतिमा के अनावरण के बाद जनसभा को संबोधित कर रहे थे.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पूर्व मंत्री और हमारे साथी अवधेश कुशवाहा व भाजपा नेता राजेंद्र गुप्ता, जो दूसरे दलों में होने के बाद भी एक साथ मिलकर शिक्षा का अलख जगाने के लिए जो पहल की है, वह सराहनीय है. उन्होंने कहा कि जब वह सीएम बने थे उस समय साढ़े 12 प्रतिशत बच्चे स्कूल से बाहर थे. आज एक फीसदी से कम बच्चे स्कूल से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि इसका अध्ययन कराया, तो पाया कि स्कूल से बाहर रहने वाले ये बच्चे महादलित व अल्पसंख्यकों के हैं. इसके लिए टोला सेवक और तालिमी मरकज का नियोजन किया. तीन लाख शिक्षकों का नियोजन कराया. स्कूल भवन बनवाये.

सीएम ने कहा कि 2003 में मीडिल स्कूल जाने वाली लड़कियों की संख्या एक लाख 70 हजार थी. आज नौ लाख है. उच्च शिक्षा में बिहार की स्थिति खराब थी. बिहार के 13 फीसदी छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण कर पाते थे. हमने बिहार के लिए 30 फीसदी का लक्ष्य रखा है. इसमें लड़कियों के लिए कई प्रावधान किये हैं. लड़कियां यदि उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहें, तो स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के माध्यम से एक फीसदी ब्याज पर लोन दिया जायेगा. उनके साथ-साथ विकलांग व थर्ड्र जेंडर के बच्चों को भी एक फीसदी ब्याज लगेगा, जबकि अन्य छात्र-छात्राओं को चार फीसदी ब्याज पर लोन दिया जायेगा. युवाओं को कुशल बनाने के लिए कुशल युवा केंद्र की स्थापना की गयी है. युवाओं को जब तक रोजगार नहीं मिलेगा, तब तक प्रदेश आगे नहीं बढ़ेगा.


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