4 राज्‍यों में बारिश से हाहाकार, प्रैग्‍नेंट महिला को नदी से किया रेस्‍क्‍यू

By: Dilip Kumar
8/10/2019 8:25:26 PM
नई दिल्ली

देश के चार राज्‍यों में बारिश के कारण हाहाकार मचा हुआ है. वैसे तो दूसरे राज्‍यों में बारिश मुसीबत बनकर बरस रही है, लेकिन केरल, कर्नाटक, महाराष्‍ट्र और गुजरात में हालात सबसे ज्‍यादा खराब है. इन चार राज्‍यों में अब तक करीब 100 से ज्‍यादा लोगों की मौत हो चुकी है. सबसे ज्‍यादा नुकसान केरल में हुआ है. अकेले केरल में 42 लोगों की जान गई है. वहीं कर्नाटक में 12 लोगों ने बारिश में अपनी जान गंवाई है.

महाराष्‍ट्र और गुजरात में भारी बारिश के प्रकोप से जूझ रहे हैं. गुजरात के मोरबी में एक दीवार गिरने से 8 लोगों की मौत हो गई. महाराष्‍ट्र में बचाव और राहत कार्य जोरों पर है. ऐसे में केरल का एक वीडियाे सामने आया है. ये पलक्‍कड़ जिले के आगली का है. यहां पर उफनती नदी के ऊपर से सुरक्षाकर्म‍ियों ने एक प्रैग्‍नेंट महिला को रस्‍सी के सहारे रेस्‍क्‍यू किया है.

केरल में बाढ़ के दौरान मृत लोगों की संख्या 42 हो गई है, वहीं करीब एक लाख लोगों को राज्य के बाहर 800 से अधिक राहत शिविरों में भेजा गया है. मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने शनिवार को यह जानकारी दी. मृत 42 लोगों में से 11 वायनाड के हैं. बाढ़ पर समीक्षा बैठक के बाद विजयन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आठ प्रभावित जिलों में भूस्खलन की 80 घटनाओं की सूचना मिली है, जिससे सर्वाधिक क्षति पहुंची है। इनमें वायनाड जिले का मेप्पादी, मल्लपुरम जिले का कवलपारा शामिल हैं.

विजयन ने कहा, "अधिकारी अभी भी लापता लोगों की सटीक संख्या का पता नहीं लगा पा रहे हैं. एक अस्पष्ट रिपोर्ट के अनुसार कवलपारा में 41 लोग लापता हैं." विजयन ने कहा, "सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम प्रभावित क्षेत्रों में खराब मौसम की वजह से हवाई अभियान का संचालन नहीं कर पा रहे हैं. हमें सूचित किया गया है कि जैसे ही मौसम ठीक होता है, वैसे ही उन क्षेत्रों में हवाई अभियानों को शुरू कर दिया जाएगा."

महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित इलाकों से अब तक कुल 4 लाख 24 हजार 333 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित इलाकों कोल्हापुर और सांगली में लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाने का काम अब तक जारी है.
राहत और बचाव के काम में एनडीआरएफ , एसडीआरएफ , स्थानीय प्रशासन , नेवी , आर्मी , एयरफोर्स और महाराष्ट्र का आपदा नियंत्रण कक्ष.. सभी लगातार काम में जुटे हुए हैं. महाराष्ट्र के कोल्हापुर के सबसे ज्यादा प्रभावित शिरोल इलाके में मदद के लिए विशाखापट्टनम से नेवी की 15 बोट्स पहुंच रही है.

 


comments