झारखंड की 13 विधानसभा सीट के 189 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में बंद

By: Dilip Kumar
11/30/2019 6:39:09 PM
नई दिल्ली

झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 6 जिलों की 13 विधानसभा सीटों पर शनिवार को मतदान संपन्न हो गया. कुल 62.87 फीसदी मतदान हुआ. सबसे ज्यादा 67.30 फीसदी मतदान गुमला जिला में हुआ. इसके साथ ही 15 महिला समेत 189 प्रत्याशियों की किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (इवीएम) में बंद हो गयी. गुमला में बम विस्फोट, डाल्टनगंज में केएन त्रिपाठी के द्वारा पिस्टल निकालने और हुसैनाबाद में आजसू एवं एनसीपी समर्थकों के बीच मारपीट के अलावा कहीं से किसी प्रकार के हिंसा की खबर नहीं आयी.

नक्सलियों के गढ़ (चतरा, गुमला, बिशुनपुर, लोहरदगा, मनिका, लातेहार, पांकी, डाल्टनगंज, बिश्रामपुर, छतरपुर, हुसैनाबाद, गढ़वा और भवनाथपुर) में मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा. चतरा में 56.59%, गुमला में 67.30 फीसदी, बिशुनपुर में 67.04%, लोहरदगा में 64.16%, मनिका में 57.61%, लातेहार में 61.26%, डाल्टनगंज में 63.90%, पांकी में 64.10%, बिश्रामपुर में 61.60%, छतरपुर में 62.30%, हुसैनाबाद में 60.90%, गढ़वा में 66.04% और भवनाथपुर में 65.52% मतदान हुआ.

शनिवार (30 नवंबर, 2019) की सुबह-सुबह खबर आयी कि नक्सलियों ने गुमला जिला के बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र में एक पुल को उड़ा दिया है. वहीं, 10 बजे के बाद डाल्टनगंज का एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार केएन त्रिपाठी एक मतदान केंद्र में पिस्टल लहराते नजर आये. बाद में उनकी कार पर पथराव हुआ और उनकी कार के शीशे तोड़ दिये. बाद में उन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया. उनका हथियार भी जब्त कर लिया गया. केएन त्रिपाठी ने पलामू के उपायुक्त को सस्पेंड करने की मांग की. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयुक्त ने जान-बूझकर बूथ लुटवाने का काम किया.


मतदान केंद्र से श्री त्रिपाठी जब बाहर निकले, तो उनके साथ चल रहे सुरक्षा गार्डों ने प्रत्याशी के पीछे आ रही भीड़ पर बंदूकें तान दीं. इसके बाद लोग पीछे हट गये. यहां पत्थरबाजी भी हुई. हरियाणा के नंबर की एक कार की टूटी हुई कांच नजर आयी. भाजपा ने श्री त्रिपाठी के पिस्तौल निकालने और उनके सुरक्षा गार्डों द्वारा बूथ के बाहर लोगों पर बंदूक तानने की आलोचना की और चुनाव आयोग से कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.

गुमला में पुल उड़ाने के लिए माओवादियों ने किया विस्फोट

इससे पहले खबर थी कि गुमला जिला के बिशुनपुर विधानसभा क्षेत्र में नक्सलियों ने एक पुल उड़ा दिया है. दरअसल, घाघरा के जंगल में कठठोकवा पुल को उड़ाने की कोशिश की गयी थी, लेकिन पुल को कोई नुकसान नहीं हुआ. पुल में कुछ दरारें आयी हैं, लेकिन ब्रिज पूरी तरह सुरक्षित है. जान-माल का किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ. सूचना के मुताबिक, जिस जगह विस्फोट हुआ, वह स्थल मतदान केंद्र से 2 किलोमीटर दूर है. गुमला के उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि हमले की वजह से मतदान पर कोई असर नहीं पड़ा है. पुलिस ने इलाके में कॉम्बिंग ऑपरेशन शुरू कर दिया है.

जैसे-जैसे दिन ढला, बढ़ता गया मतदान

दिन के बढ़ते पहर के साथ मतदन का प्रतिशत भी बढ़ने लगा. सुबह 11 बजे तक 27.41% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग कर लिया था. उल्लेखनीय है कि शनिवार को झारखंड के 6 जिलों (चतरा, गुमला, लोहरदगा, लातेहार, पलामू एवं गढ़वा) की 13 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ.

शांतिपूर्ण रहा मतदान

इन सभी सीटों पर निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने 4,892 मतदान केंद्र बनाये थे, जिसमें 1,262 केंद्रों की वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गयी थी. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थित 1,097 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया था, तो 461 बूथ को संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया था.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यमंत्री रघुवर दास के नेतृत्व में फिर से सत्ता पाने के लिए चुनाव लड़ रही है. पहले चरण की 13 में से 12 सीटों पर उसने अपने उम्मीदवार उतारे हैं. हुसैनाबाद एकमात्र सीट है, जहां से भाजपा का कोई उम्मीदवार नहीं है. पार्टी ने यहां निर्दलीय प्रत्याशी विनोद सिंह को अपना समर्थन दिया है.

वर्ष 2014 के चुनाव में भाजपा के साथ चुनाव लड़ने वाली सुदेश महतो की पार्टी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू) पार्टी इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है. राज्य विधानसभा चुनाव में शिबू सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने हेमंत सोरेन के नेतृत्व में भाजपा को चुनौती देने के लिए कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के साथ गठबंधन किया है. पहले चरण में कांग्रेस 6 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. झामुमो ने चार और राजद ने तीन उम्मीदवार उतारे हैं.

बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक (जेवीएम-पी), बिहार में सत्तारूढ़ नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और वामदल भी चुनाव लड़ रहे हैं. झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में होने वाले मतदान के चार चरणों के चुनाव 7, 12, 16 और 20 दिसंबर को होंगे. मतगणना 23 दिसंबर को होगी.

 


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