बेनू हैरिटेज ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को स्कूली छात्रों तक पहुंचाया

By: Dilip Kumar
2/8/2023 10:19:00 AM

नई दिल्ली से कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। नई दिल्ली के श्री सत्य साईं इंटरनेशनल सेंटर और स्कूल में भारतीय शास्त्रीय संगीत समारोह के आयोजन से बेनू हैरिटेज ने स्कूल और कॉलेज के छात्रों को देश की समृद्ध परंपरागत संगीतमय विरासत के प्रति आकर्षित करने के अनूठी पहल की। भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने वाले इस कार्यक्रम में करीब 200 स्कूली छात्रों ने पदमभूषण पुरस्कार से सम्मानित मशहूर शास्त्रीय गायक पंडित साजन मिश्रा के सुरीले गायन और प्रसिद्ध बांसुरी वादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना की बांसुरी की मधुर धुनों का भरपूर आनंद लिया। इस अवसर पर बेनू हैरिटेज में छात्रों ने शास्त्रीय संगीत की परंपरा का संरक्षण करने और उसे आगे बढ़ाने का संकल्प किया।

बेनू हैरिटेज का गठन शास्त्रीय संगीत, नृत्य और कला के क्षेत्र में भारत की संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देने वाली गैरलाभप्रद संस्था बेनू की ओर से किया गया। भारत की तेजी से बढ़ती हुई फ्राइट मैनेजमेंट कंपनी मैट्रिक्स फाइट सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड इस पहल में भागीदार है। इस कंसर्ट का उद्घाटन शास्त्रीय संगीत की मशहूर गायिका और बेनू की अध्यक्ष विदुषी पदमजा चक्रवर्ती, मैट्रिक्स फ्राइट सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक श्री सुधीर डे के साथ इस अवसर पर मौजूद स्कूल अध्यापकों ने किया।

बेनू ने देश के तीन शहरों मुंबई, अहमदाबाद और नई दिल्ली में शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रम, बेनू हैरिटेज म्यूजिकल कंसटर्स का आयोजन किया है। नई दिल्ली में हुए कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत के महान पुरोधा पदमभूषण पुरस्कार से सम्मानित मशहूर शास्त्रीय गायक साजन मिश्रा और महान बांसुरी वादक राजेंद्र प्रसन्ना ने अपनी भावनाप्रधान धुनों से स्कूली छात्रों को परंपरागत शास्त्रीय संगीत की समृद्ध विरासत और महिमा से परिचित कराया। बेनू ने स्कूल और कॉलेज के छात्रों तक भारतीय शास्त्रीय संगीत को पहुंचाने के उद्देश्य से बेनू हैरिटेज नाम के प्लेटफॉर्म की स्थापना की थी। इस प्लेटफॉर्म को बनाने का मकसद छात्रों को भारतीय संगीत की पंरपरागत विरासत और गुणवत्ता के प्रति जागरूक करना है। इस पहल से हम भावी पीढ़ी को ढेर सारे शास्त्रीय संगीत से जुड़े ढेर सारे कलाकार प्रदान करना चाहते हैं।

बेनू की अध्यक्ष विदुषी पद्मजा चक्रवर्ती ने पहल के बारे में कहा, “भारत की सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने और उसे बढ़ावा देने के लिए देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन से प्रेरित होकर हमने पूरी प्रक्रिया को फिर से पारिभाषित किया गया है। अब से बेनू संस्थागत नजरिए से काम करेगा। हम स्कूल और कॉलेज में छात्रों तक पहुंचेंगे, जहां हम उन्हें भारतीय शास्त्रीय संगीत की गौरवशाली विरासत से परिचित कराएंगे। अब तक स्कूली छात्रों के पास इस तरह का अनुभव लेने का कोई माध्यम नहीं था। हम चाहते हैं कि हमारी युवा पीढ़ी देश की परंपरागत सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने का संकल्प ले क्योंकि वह उसी समय भारत की सदियों पुराने भारतीय शास्त्रीय संगीत की परंपरा को संरक्षित रख पाएंगे, जब उन्हें इसके सही कीमत की पहचान होगी। इस छोटे के कदम से हमारा प्रयास अपने देश की सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करने की दिशा में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना होगा। इस पहल के तहत बेनू इसमें हिस्सा लेने वाले स्कूलों के साथ भागीदारी में कम से कम एक महीने की ट्रेनिंग प्रदान करेगा।

श्रीमती चक्रवर्ती ने कहा, “आम तौर पर स्कूलों में भारतीय शास्त्रीय संगीत की शिक्षा नहीं दी जाती। बेनू इसी दिशा में अपना योगदान देना चाहता है। हमारे देश में संगीत के क्षेत्र में असंख्य प्रतिभाएं छिपी हुई हैं। हमें पूरा विश्वास है कि हमारे प्रयास से स्कूल और कॉलेज के छात्रों में सभी संख्या में शास्त्रीय संगीत के प्रति रुझान पैदा होगा। इससे अगले कुछ सालों में भारतीय शास्त्रीय संगीत के प्रति सांस्कृतिक बदलाव लाने में मदद मिलेगी। हम शिक्षण संस्थाओं में भारतीय शास्त्रीय संगीत के कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे। हम शास्त्रीय संगीत में दिलचस्पी रखने वाले छात्रों को मार्गदर्शन और प्रशिक्षण प्रदान करेंगे। इसके अलावा संगीत से जुड़े अन्य पहलुओं की ओर ध्यान दिया जाएगा।“

मैट्रिक्स फ्राइट सिस्टम के निदेशक सुधीर डे ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने और इस तरह की पहल का समर्थन करने की जरूरत पर कहा, “भारत में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद भाषाई विरासत, संस्कृति और विविधता पर नाज करता है। लेकिन इसके साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की समृद्ध परंपरा को सुरक्षित और संरक्षित रखने के साथ उसका विकास करने की जरूरत है। जब तक हम तार्किक रूप से भारतीय शास्त्रीय संगीत और अपनी विरासत की जड़ों से नहीं जुड़ेंगे, तब तक हमारे लिए भविष्य में अपनी अलग पहचान बनाना और भीड़ में अलग खड़े होना काफी मुश्किल होगा।“

बेनू के बारे में

बेनू एक गैरलाभप्रद संस्था है, जो शास्त्रीय संगीत, नृत्य, कला और स्वदेशी हस्तशिल्प के क्षेत्र में भारतीय सभ्यता, संस्कृति और गौरवशाली विरासत को बढ़ावा दे रही है। इस समय बेनू को भारत के नई दिल्ली में एक ट्रस्ट के रूप में रजिस्टर किया गया है। यह देश भर में विभिन्न गतिविधियों का संचालन करती है। ट्रस्ट के गठन के बाद से अब तक बेनू ने भारतीय शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं।


comments