वित्त मंत्री ने उदयपुर में मार्बल और ग्रेनाइट क्षेत्र के एमएसएमई उद्यमियों के साथ बातचीत की
By: Dilip Kumar
8/27/2024 7:23:57 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उदयपुर के सुखेर औद्योगिक क्षेत्र में भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) द्वारा आयोजित एक समारोह में मार्बल और ग्रेनाइट उद्योग के एमएसएमई उद्यमियों के साथ बातचीत की। उद्यमियों के साथ बातचीत करते हुए, उन्होंने एमएसएमई के लाभ के लिए बैंकिंग सेवाओं की पहुंच बढ़ाने हेतु सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया। उन्होंने उल्लेख किया कि हाल ही में घोषित केंद्रीय बजट में, सिडबी के शाखा नेटवर्क के विस्तार सहित एमएसएमई क्षेत्र के लिए कई प्रमुख सिफारिशें की गई हैं। बजट घोषणाओं के हिस्से के रूप में और ज़मीनी स्तर(फील्ड) से फीडबैक प्राप्त करने के लिए, वित्त मंत्री ने इस कड़ी की शुरुआत महाराणा प्रताप की प्रसिद्ध भूमि, उदयपुर में स्थित अनेक एमएसएमई समूहों का दौरा करने के अपने इरादे को व्यक्त किया। इससे पहले, आज वित्त मंत्री ने सिडबी की उदयपुर शाखा कार्यालय का भी दौरा किया और सिडबी के कुछ मौजूदा ग्राहकों के साथ ऋण की आवश्यकताओं और वितरण के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की तथा एमएसएमई इकाइयों को ऋण मंजूरी पत्र सौंपे।
इस अवसर पर केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी ने उल्लेख किया कि सरकार सूक्ष्म उद्यमों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए अपनी योजनाओं के लाभों को अंतिम छोर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में सूक्ष्म एवं लघु उद्यमों के लिए क्रेडिट गारंटी योजना के माध्यम से हुई तीव्र प्रगति और बजटीय आवंटन के माध्यम से इसके कोष में की गई पर्याप्त वृद्धि पर प्रकाश डाला। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि बैंकों को सूक्ष्म इकाइयों की सहायता करने और निर्धनों के लिए आजीविका के अवसर पैदा करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। एम नागराजू, सचिव, वित्तीय सेवाएं विभाग, भारत सरकार ने उल्लेख किया कि एमएसएमई को ऋण देना उनके विभाग के प्रमुख कार्य बिंदुओं में से एक है और इस दिशा में बैंकों के कार्य-निष्पादन की बारीकी से निगरानी की जा रही है। वित्त मंत्री की उपस्थिति में सिडबी और उदयपुर मार्बल एसोसिएशन के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए, जिसमें एसोसिएशन की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए एक व्यापक योजना की रूपरेखा निर्धारित की गई है और इसके अंतर्गत हार्ड एवं सॉफ्ट दोनों तरह के हस्तक्षेप शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, सिडबी बाजार-पहुँच में सुधार के लिए क्रेता-विक्रेता बैठकों के माध्यम से एसोसिएशन के सदस्यों के लिए विपणन प्रयासों की सुविधा प्रदान करेगा। इस दौरे के अंतर्गत माननीय वित्त मंत्री ने सिडबी के उदयपुर शाखा कार्यालय का दौरा भी किया और सिडबी के कुछ मौजूदा ग्राहकों के साथ साथ प्रत्यक्ष रूप से चर्चा की और उनसे प्रतिक्रियाएं प्राप्त कीं। उन्होंने केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री जीतन राम मांझी के साथ मिलकर सिडबी के कुछेक एमएसएमई उधारकर्ताओं को ऋण मंजूरी पत्र भी सौंपे। मनोज मित्तल, सीएमडी, सिडबी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आश्वासन दिया कि सिडबी एमएसएमई के संवर्द्धन, विकास और वित्तपोषण के लिए प्रतिबद्ध है और वित्त मंत्री और माननीय एमएसएमई मंत्री ने जो अपना विश्वास व्यक्त किया है, उसे वह पूरा करने का प्रयास करेगा। उन्होंने केंद्रीय बजट में माननीय वित्त मंत्री द्वारा की गई घोषणाओं के अनुसार सिडबी की शाखाओं के विस्तार के लिए सिडबी की योजनाओं का भी उल्लेख किया।
भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (सिडबी) के बारे में:
सिडबी एमएसएमई क्षेत्र के संवर्द्धन, वित्तपोषण और विकास के लिए शीर्ष वित्तीय संस्था है। सिडबी अपने विभिन्न प्रयासों के माध्यम से एमएसएमई क्षेत्र के लिए वित्तीय सेवाओं को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, जिसमें बैंकों को पुनर्वित्त, क्रेडिट गारंटी कार्यक्रम, एमएफआई क्षेत्र का विकास, उद्यम पूँजी/एआईएफ फंड, एमएसएमई रेटिंग, डिजिटल ऋण पारितंत्र को बढ़ावा देना आदि शामिल हैं। इसके अलावा, सिडबी अपने एकीकृत, अभिनव और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से समाज के विभिन्न वर्गों के नागरिकों के जीवन को स्पर्श कर रहा है। चाहे वे पारंपरिक, घरेलू लघु उद्यमी हों, उद्यम पिरामिड में सबसे निचले पायदान के उद्यमी से लेकर उच्च स्तरीय ज्ञान-आधारित उद्यमी हों, सिडबी ने प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से विभिन्न ऋणों एवं विकासात्मक उपायों के माध्यम से सूक्ष्म और लघु उद्यमों (एमएसई) के जीवनस्तर को प्रभावित किया है।