अक्षय पात्र ने विद्या​र्थियों को ​खिलाया गढ़ भोज

By: Imran Choudhray
10/7/2024 4:47:08 PM
देहरादून

उत्तराखंड की परंपरागत फसलों एवं भोजन का उत्सव गढ़ भोजदिवस सोमवार को अक्षय पात्र फाउंडेशन ने प्रदेश में 500 सौ से अधिक स्कूलों में मनाया। इस दौरान फाउंडेशन की ओर से जाने वाले मिड डे मील में तीस हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को भोजन में नौरंगी दाल, चावल तथा झंगोरे की खीर परोसी गई। अक्षय पात्र फाउंडेशन के प्रबंधक दीपक चुघ ने बताया कि राज्य सरकार हर साल सात अक्टूबर को गढ़ भोज दिवस मनाती हे। इसी के तहत पीएम पोषण यानी मिड डे मील योजन के अंतर्गत आने वाले विद्यालयों में अपनी केंद्रीकृत किचन के माध्यम से गढ़ भोज बच्चों को परोसा गया। स्कूल में कार्यरत शिक्षक और समन्यवक ने बताया कि सोमवार को अक्षय पात्र फाउंडेशन की ओर से परोसी गई नौरंगी दाल, चावल तथा झंगोरे की खीर काफी पौष्टिक और स्वादिष्ट थी। बच्चों ने खाने का आनंद लिया। 

बता दें कि राज्य बनने के बाद राज्य आंदोलन का सूत्र वाक्य रहा कोदा, झंगौरा, खाएंगे उत्तराखंड बनाएंगे, नारे को साकार करने के लिए द्वारिका प्रसाद सेमवाल के नेतृत्व में वर्ष 2000 से गढ़भोज अभियान शुरू किया गया। अभियान ने उत्तराखंड के परंपरागत भोजन को थाली और आर्थिकी का माध्यम बनाकर मुख्यधारा से जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य किया। इसके दो मकसद थे – लोगों में उत्तराखंड के पारंपरिक भोजन का स्वाद विकसित करने में मदद कर राज्य की संस्कृति को जिंदा रखना और स्थानीय फसलों विशेषकर बाजरे जैसे मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देना।

 


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