ऑस्कर: 'मूनलाइट' बनी सर्वश्रेष्ठ फिल्म

By: Dilip Kumar
2/28/2017 10:38:59 AM
नई दिल्ली

बैरी जेन्किंस की फिल्म ‘मूनलाइट’ को ऑस्कर समारोह में सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार दिया गया। पहले पुरस्कार के लिए भूलवश दूसरा लिफाफा मिलने के कारण मंच से ‘ला ला लैंड’ के नाम की घोषणा की गयी लेकिन गलती का एहसास होने के बाद आखिरकार पुरस्कार ‘मूनलाइट’ को दिया गया। पुरस्कार देने के लिए वारेन बीटी और फे डनअवे को मंच पर बुलाया गया जिन्होंने गलती से ‘ला ला लैंड’ के नाम की घोषणा कर दी। बाद में पता चला कि उनके पास गलत लिफाफा था।

‘ला ला लैंड’ के निर्माता पुरस्कार जीतने के बाद धन्यवाद का संबोधन शुरू कर चुके थे जब गलती का पता चला और निर्माता जॉर्डन होरोवित्ज :‘ला ला लैंड’ के: ने पूरी शालीनता के साथ ‘मूनलाइट’ की टीम को ऑस्कर ट्रॉफी लेने के लिए बुलाया। उन्होंने कहा, ‘गलती हुई है। ‘मूनलाइट’ आपको पुरस्कार मिला है। मैं मजाक नहीं कर रहा।’ घटनाक्रम से स्तब्ध जेन्किंस ने कहा, ‘मेरे सपने में भी यह सच नहीं हो सकता।’ उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था लेकिन वह खुश हैं कि उनकी फिल्म को यह पुरस्कार मिला। प्रस्तोता जिमी किमेल ने भी इसे ‘दुर्भाग्यपूर्ण’ बताया जबकि असहज दिख रहे बीटी ने साफ किया कि जब उन्होंने लिफाफा खोला, उसमें ‘एमा स्टोन, ला ला लैंड’ लिखा था। मैं हास्य नहीं कर रहा था।’

‘मूनलाइट’ निर्देशक जेन्किंस की दूसरी फिल्म है जो एक युवा अश्वेत व्यक्ति के अपने यौन प्रवृत्ति को लेकर जूझने की कहानी है। फिल्म ने कुल तीन पुरस्कार जीते। जेन्किंस और मैकक्रेने को सर्वश्रेष्ठ रूपांतरित पटकथा का भी ऑस्कर मिला जबकि फिल्म के अभिनेता महेरशला अली ने सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता की ऑस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। एक के बाद एक कई पुरस्कार समारोहों में झंडा गाड़ चुकी ‘ला ला लैंड’ सर्वश्रेष्ठ फिल्म का पुरस्कार जीतने की प्रबल दोवदार थी और रिकॉर्ड 14 श्रेणियों में नामांकन मिले थे जिसमें से वह छह में पुरस्कार जीतने में सफल रही। इनमें सर्वश्रेष्ठ संगीत एवं गीत (सिटी ऑफ स्टार्स) के पुरस्कार शामिल हैं। ‘ला ला लैंड’ के 32 साल के निर्देशक डेमियन शैजेल सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का पुरस्कार जीतने वाले सबसे युवा निर्देशक बने जबकि अभिनेत्री एमा स्टोन ने फिल्म के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार अपने नाम किया।

एमा ने पुरस्कार जीतने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘मैं इस पल यह महसूस करती हूं कि यह किस्मत एवं अवसर का एक बड़ा मेल है।’ ‘मैनचेस्टर बाई दी सी’ के लिए अभिनेता कैसी एफ्लेक ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का ऑस्कर पुरस्कार जीता। उन्होंने पुरस्कार जीतने पर कहा, ‘काश मेरे पास कहने के लिए कुछ बेहतर और सार्थक होता, मैं जीतने पर हैरान हूं।’ हाल में एफ्लेक गलत कारणों से चर्चाओं में रहे जिसके बाद ऐसा लग रहा था कि एकेडमी ‘फेंसेस’ के लिए डेंजल वाशिंगटन को यह पुरस्कार दे सकती है लेकिन तमाम अटकलों को खारिज करते हुए ऑस्कर की ट्रॉफी एफ्लेक को मिली।

एफ्लेक 2010 में यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर काफी आलोचनाओं का सामना कर रहे थे। वॉशिंगटन भले ही ऑस्कर जीतने में नाकाम रहे हों, लेकिन उसकी सहकलाकार वॉयला डेविस ने ‘फेंसेस’ के लिए सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेत्री का पुरस्कार अपने नाम किया। 51 साल की अभिनेत्री ने अपने शानदार संबोधन में कहा, ‘लोग हमेशा मुझसे पूछते हैं, ‘वॉयला, आप किस तरह की कहानियां सुनाना चाहती हो ? और मैं कहती हूं, उनके (अश्वेतों) अतीत में जायें। उन कहानियों को बाहर निकालें। उन लोगों की कहानियां, जिन्होंने बड़े सपने देखे और कभी उन सपनों को पूरा होते नहीं देखा। लोग जो प्यार में पड़ते हैं और हार जाते हैं।’

भारतीय मूल के अभिनेता देव पटेल को भले ही सर्वश्रेष्ठ सह अभिनेता का पुरस्कार नहीं मिला लेकिन उनके आठ वर्षीय सहकलाकार सनी पवार ने तब समारोह में लोगों का जीत लिया जब किमेल ने उनके साथ बातचीत और मस्ती की। 26 वर्षीय देव पटेल को गार्थ डेविस की फिल्म ‘लॉयन’ में उनके द्वारा निभाए गए किरदार के लिए पहली बार ऑस्कर के लिए नामित किया गया था। यह फिल्म ऑस्ट्रेलियाई मूल के भारतीय सारू ब्रियर्ली नाम के व्यक्ति के जीवन से प्रेरित है, जो कि गूगल मैप के जरिए भारत में खोए अपने परिवार की तलाश करता है।
ऑस्कर समारोह के प्रस्तोता किमेल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मेरिल स्ट्रीप पर की गई टिप्पणी का 89वें ऑस्कर समारोह में मजाक उड़ाया।

उन्होंने जैसे ही यह किया तो सभी लोग वरिष्ठ अभिनेत्री के सम्मान में खड़े हो गए। ट्रंप ने अभिनेत्री के बारे में कहा था कि उनसे कोई प्रेरणा नहीं ली जा सकती और उन्हें जरूरत से ज्यादा महत्व दिया गया है। अभिनेत्री को अब तक ऑस्कर पुरस्कार के लिए 20 बार नामित किया गया है। इस साल उन्हें ‘फ्लोरेंस फॉस्टर जेन्किंस’ में निभाए किरदार के लिए नामित किया गया था। किमेल ने ट्रंप का नाम लिए बिना कहा, ‘अपने फीके और बढ़ा चढ़ाकर पेश किए गए अभिनय के बल पर ही तो वह समय के साथ खरी उतरी हैं। ऐसा उन्होंने 50 से अधिक फिल्मों में किया है। यह मेरिल स्ट्रीप का 20वां ऑस्कर नामांकन है। वह इस साल किसी फिल्म में थी ही नहीं, हमने तो आदतन उनका नाम इस बार भी ऑस्कर के लिए लिख लिया।’ उन्होंने कहा, ‘आप में से कुछ लोग आज पुरस्कार जीतेंगे और भाषण देंगे और इसके बारे में अमेरिका के राष्ट्रपति बढ़ाचढ़ाकर ट्वीट करेंगे।’

उन्होंने साथ ही कहा, ‘मैं राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताना चाहता हूं। याद है, पिछली बार ऐसा लगा था कि ऑस्कर नस्लवादी है? यह साल फिल्मों के लिहाज से शानदार रहा। अश्वेतों ने नासा को बचाया (हिडेन फिगर्स) और श्वेतों ने जैज को (ला ला लैंड) इसे ही प्रगति कहते हैं।’ ईरानी फिल्म निर्माता असगर फरहदी को उनकी फिल्म ‘द सेल्समैन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ विदेशी फिल्म श्रेणी का ऑस्कर मिला है। यह उनके करियर का दूसरा ऑस्कर है। हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सात मुस्लिम बहुल देशों के खिलाफ आव्रजन प्रतिबंध के विरोध में वह इस साल के ऑस्कर पुरस्कार समारोह में शामिल नहीं हुए।

फरहदी इस समारोह में भले ही न आए हों लेकिन उनके खरे राजनीतिक भाषण ने समारोह में उनकी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई। उनकी फिल्म की प्रतिनिधि ने समारोह में उनका भाषण पढ़ा। फरहदी ने पुरस्कार जीतने को ‘महान सम्मान’ बताया और दूसरी बार यह पुरस्कार देने के लिए अकादमी का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने फिल्म के कलाकारों और फिल्म बनाने वाले सदस्यों समेत सभी नामित कलाकारों को धन्यवाद दिया।

समारोह में फरहदी का भाषण पढ़ा गया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘मुझे खेद है कि आज की रात मैं आप लोगों के साथ नहीं हूं। मेरी अनुपस्थिति, मेरे देश के लोगों और उन अन्य छह देशों के सम्मान के लिए है, जो अमेरिका में प्रवासियों का प्रवेश प्रतिबंधित करने वाले अमानवीय कानून के कारण अपमानित हुए हैं। दुनिया को हम और हमारे शत्रु जैसे वर्गों में बांटने से डर पैदा होता है, जो कि आक्रामकता और युद्ध को तर्कसंगत ठहराने का एक पाखंडी तरीका है।’

ट्रम्प के वीजा प्रतिबंध के खिलाफ समारोह में कई फिल्म हस्तियों ने नीले रंग का रिबन लगाया। ‘सुसाइड स्क्वॉड’ के लिए सर्वश्रेष्ठ मेकअप एवं केशसज्जा का ऑस्कर जीतने वाले आर्टिस्ट एलेजांड्रो बर्तोलाजी ने कहा, ‘यह पुरस्कार अप्रवासियों के लिए है।’ मैक्सिको के अभिनेता गेल गार्सिया बरनल ने भी आव्रजन नीति की आलोचना करते हुए कहा, ‘मैक्सिको वासी, लातिन अमेरिकी प्रवासी कामकाजी व्यक्ति के तौर पर एवं एक इंसान के तौर पर मैं उस तरह की हर दीवार के खिलाफ हूं जो हमें बांटना चाहती है।’ हास्य-विनोद और रोमांच से भरपूर डिज्नी की ‘जूटोपिया’ को सर्वश्रेष्ठ एनीमेटेड फीचर का पुरस्कार दिया गया।

सर्वश्रेष्ठ मूल पटकथा का पुरस्कार ‘मेनचेस्टर बाई सी’ के लिए कैनेथ लोनरगन को मिला। ‘ला ला लैंड’ ने सर्वश्रेष्ठ छायांकन एवं प्रोडक्शन डिजाइन श्रेणियों में भी ऑस्कर जीते। मेल गिब्सन की फिल्म ‘हॉक्शा रिज’ ने दो ट्रॉफियां अपने नाम कीं जिनमें सर्वश्रेष्ठ फिल्म संपादन एवं सर्वश्रेष्ठ साउंड मिक्सिंग शामिल हैं। ‘अराइवल’ को आठ श्रेणियों में नामांकित किया गया था लेकिन उसे केवल एक पुरस्कार मिला जो साउंड एडिटिंग के लिए दिया गया। ‘द जंगल बुक’ को विजुअल इफेक्ट्स के लिए जबकि ‘फैनटास्टिक बीस्ट्स एंड वेयर टू फाइंड दैम‘’ को सर्वश्रेष्ठ कास्ट्यूम डिजाइन के लिए ऑस्कर मिले। डॉक्यूमेंट्री फीचर का पुरस्कार ‘ओजे : मेड इन अमेरिका’ जबकि ‘द व्हाइट हेलमेट्स’ को डॉक्यूमेंट्री शार्ट के ऑस्कर मिले।


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