कर्नाटक सरकार पर सस्पेंस बरकरार

By: Dilip Kumar
5/16/2018 4:28:10 PM
नई दिल्ली

कर्नाटक में नतीजे तो आ गए लेकिन सरकार किसकी बनेगी ये अब तक साफ़ नहीं पाया है. ऐसे में सभी की निगाहें कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिक गई हैं. बीजेपी 40 सीट से बढ़कर 104 तक पहुंच गई लेकिन बहुमत से 8 सीट कम रह गई. जेडीएस जिसे एक दिन पहले तक किंग मेकर की भूमिका में देखा जा रहा था वो अब किंग बनने की रेस में है.

दरअसल कर्नाटक में कांग्रेस ने BJP को सत्ता से दूर रखने के लिए जेडीएस को बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया है लेकिन इसके बाद भी वहां सबकुछ ठीक नहीं नज़र आ रहा है.  एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनाए जाने को लेकर कोई मतभेद नहीं है लेकिन सूत्रों के मुताबिक एचडी देवैगौड़ा चाहते हैं कि उनके बड़े बेटे रेवन्ना को उप-मुख्यमंत्री बनाया जाए. ऐसे में कांग्रेस इसके लिए तैयार होती है या नहीं ये देखना होगा. इन सब के बीच अब से कुछ देर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा. इसके अलावा बीजेपी विधायक दल की बैठक भी आज ही होगी, जिसमें पार्टी के सीएम पद के उम्मीदवार येदियुरप्पा को पार्टी का नेता चुना जाएगा. येदियुरप्पा के मुताबिक उसके बाद सभी विधायक गर्वनर से मिलकर उनसे बीजेपी को सरकार बनाने का मौका देने का आग्रह करेंगे.

वहीं कांग्रेस के महासचिव गुलाम नबी आजाद ने मीडिया से कहा कि जेडीएस व कांग्रेस राज्यपाल से मिलेंगे और सरकार बनाने का दावा करेंगे. आजाद के साथ निर्वतमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी मौजूद थे. पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी देवेगौड़ा की अगुवाई वाली जेडीएस ने फौरन कांग्रेस के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया और सरकार बनाने के दावे के साथ राज्यपाल को पत्र लिखा है. इसके बाद जेडीएस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी.कुमारस्वामी व कांग्रेस के सिद्धारमैया ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. कुमारस्वामी ने कहा, "मैंने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस का समर्थन स्वीकार किया है."

यह घटनाक्रम भाजपा नेता व मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी. एस. येदियुरप्पा के राज्यपाल से मुलाकात करने व कर्नाटक विधानसभा में बहुमत साबित करने का मौका देने का आग्रह करने के बाद हुआ. येदियुरप्पा के साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार भी राज्यपाल से मिलने गए थे. गेंद अब राज्यपाल के पाले में है. सामान्य प्रथा के अनुसार, राज्यपाल सबसे बड़े दल के नेता या चुनाव पूर्व गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाते हैं. त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति में सदन में नेता को एक नियत समय में बहुमत साबित करने को कहा जाता है. कर्नाटक में कांग्रेस व जेडीएस का चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं था. यह राज्यपाल पर है कि वह किसको पहले बुलाते हैं.

कर्नाटक में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार बनाने की कोशिश में है तो बीजेपी भी कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा करती दिखाई दे रही है। इस बीच जेडीएस के नेता एचडी कुमारस्वामी ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया है। एचडी कुमारस्वामी ने दावा किया कि उनकी पार्टी के प्रत्येक विधायक को बीजेपी की ओर से 100 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया है। वहीं, इन आरोपों पर बीजेपी ने भी पलटवार किया है और कहा है कि इस प्रकार के आरोप बेबुनियाद हैं।

कर्नाटक बीजेपी प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसी प्रकार की खरीद-फरोख्त नहीं हो रही है। कांग्रेस इस प्रकार की राजनीति करती रही है। उनके अपने विधायक गठबंधन से खुश नहीं हैं। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 100 करोड़ कोई मामूली राशि नहीं होती है। उन्होने कहा कि जेडीएस और कांग्रेस इसी प्रकार की राजनीति करते हैं। उन्होंने सरकार बनाने के दावे को लेकर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बीजेपी नियमों के मुताबिक राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए अनुमति मांग रही है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार बनाने को लेकर आश्वस्त है।

इसके पहले एचडी कुमारस्वामी ने विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि जेडीएस के प्रत्येक विधायक को 100 करोड़ रुपये का ऑफर बीजेपी की ओर से दिया गया है। उन्होंने सवाल खड़े किए कि आखिर इतना काला धन कहा से आ रहा है? कुमारस्वामी ने कहा कि बीजेपी गरीबों की मदद का दावा करते हैं और वो आज विधायकों को पैसे दे रहे हैं। आखिर आयकर अधिकारी कहां हैं?

 


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