दक्षिण भारत के 'योगी' स्वामी परिपूर्णानंद बीजेपी में शामिल

By: Dilip Kumar
10/19/2018 7:56:11 PM
नई दिल्ली

लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारी में जुटी बीजेपी ने शुक्रवार को एक बड़ा दांव खेलते हुए हिंदू वाहिनी के संस्थापक और श्री पीठम के महंत स्वामी परिपूर्णानंद को पार्टी में शामिल किया है. स्वामी परिपूर्णानंद ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. अमित शाह ने परिपूर्णानंद को सदस्यता दिलाने के बाद कहा कि बीजेपी के लिए आज खुशी का विषय है कि परिपूर्णानंद ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कर ली है.

शाह ने कहा कि आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और दक्षिण के पूरे राज्यों में समाजसेवा, धार्मिक कार्यों में, जनजागृति के कार्यों में उनका काफी योगदान है. पहले बीजेपी को उनका आशीर्वाद हमारे साथ था, अब वो स्वयं हमारे साथ हैं. उनके पार्टी में आने से हमें तेलांगना और कर्नाटक में काफी फायदा मिलेगा.

बीजेपी में कर्मयोगी बनकर आया हूं- परिपूर्णानंद

परिपूर्णानंद ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद कहा कि मुझे खुशी है कि मैं इस परिवार का हिस्सा बन गया हूं, बीजेपी हमेशा से ही देश और धर्म के लिए कार्य करती रही है. हम भी अमित शाह के मार्गदर्शन में काम करने के लिए तैयार हैं. मैं बीजेपी में कर्मयोगी बनकर आया हूं. पार्टी को जहां भी मेरी आवश्यकता होगी, मैं वहां मौजूद रहूंगा. बता दें कि बीजेपी में शामिल हुए परिपूर्णानंद को दक्षिण भारत का 'योगी आदित्यनाथ' कह जाता है. उनका दक्षिण भारत के कई राज्यों में व्यापक प्रभाव है. उनका बीजेपी में शामिल होना लोकसभा चुनाव 2019 के हिसाब से बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है.

कौन हैं स्वामी परिपूर्णानंद

हिंदू वाहिनी के संस्थापक स्वामी परिपूर्णानंद आंध्र प्रदेश के काकीनाड़ा में स्थित श्री पीठम मठ के महंत हैं. वह अपने भाषणों को लेकर हमेशा ही चर्चा में बने रहते हैं. उनके भाषणों को तीखा और भड़काऊ भी माना जाता है. कथित रूप से इनकी कट्‌टर हिंदू समुदाय में काफी पैंठ मानी जाती है. गौरतलब है कि परिपूर्णानंद को कुछ समय पहले भड़काऊ भाषण के आरोप में हैदराबाद छोड़ने का आदेश दिया गया था, जिस पर हाई कोर्ट ने रोक लगा दी थी. उन्होंने इसी महीने चार सितंबर को हैदराबाद में धमाकेदार एंट्री की थी.

द इकॉनॉमिक टाइम्स की खबर के अनुसार, हैदराबाद में परिपूर्णानंद के स्वागत का इंतजाम आरएसएस, वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने किया था. तेलुगु के साथ हिंदी पर भी अच्छी पकड़ रखने वाले परिपूर्णानंद का आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के अनुसूचित जनजाति समुदाय में काफी पैंठ है. वहीं, मीडिया रिपोर्टों की मानें तो, कुछ दिन पहले ही परिपूर्णानंद ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की थी. कयास लगाए जा रहे हैं कि वह ग्रेटर हैदराबाद की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं.

 


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