संसद का शीतकालीन सत्र शुरू, पीएम मोदी ने विपक्ष से मांगा सहयोग

By: Dilip Kumar
12/11/2018 1:55:17 PM
नई दिल्ली

संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत अटल बिहारी वाजपेयी, सोमनाथ चटर्जी, अनंत कुमार जैसे कई दिवंगत सांसदों और पूर्व सांसदों को श्रद्धांजलि के साथ हुई. लोकसभा और राज्यसभा में इन सभी दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई. श्रद्धांजलि के बाद संसद के दोनों सत्रों का कामकाज बुधवार सुबह तक के लिए स्थगि‍त कर दिया गया. पूर्व मंत्री अनंत कुमार को श्रद्धांजलि देते समय राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू भावुक हो गए. इससे पहले संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने सभी दलों से सहयोग की अपेक्षा की है ताकि महत्वपूर्ण विधेयक पारित किए जा सकें.

पीएम ने जताई अच्छी चर्चा की उम्मीद

शीतकालीन सत्र के पहले दिन संसद पहुंचे पीएम मोदी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह सत्र बहुत महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, 'जनता से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की जरूरत है. मुझे भरोसा है कि संसद के सभी सदस्य जनभावनाओं का सम्मान करेंगे. हमारा प्रयास है कि सभी मुद्दों पर संसद के भीतर चर्चा हो. वाद हो, विवाद हो, तीखी चर्चा हो, लेकिन संवाद तो होना चाहिए. ये सदन निर्धारित समय से ज्यादा काम कर सारे महत्वपूर्ण विषयों को नतीजों तक पहुंचाए.'

पीएम ने कहा, 'सभी राजनीतिक दल मई महीने में कसौटी पर कसे जाएंगे, इसलिए विश्वास है कि सभी दल दलहित की जगह जनहित को तरजीह देंगे. शीतकालीन सत्र महत्वपूर्ण है. सरकार जनहित के कई बिल लाएगी. विश्वास है कि सभी इल जनता-जनार्दन का ध्यान रखें, इस सत्र का सर्वाधिक उपयोग जनता के लिए करेंगे.'

लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके निधन से देश ने एक महान जननेता खो दिया. उनका व्यक्तित्व हमारे वर्तमान और आने वाली पीढ़‍ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है. अटलजी के आदर्श और सिद्धांत जन-जन के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे.

अनंत कुमार की चर्चा कर भावुक हुए वेंकैया नायडू

राज्यसभा के सभापति और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए अटल सरकार के दौरान देश के बहुमुखी विकास का उल्लेख किया. उन्होंने कहा, 'वाजपेयी जी ने आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण काम किया था. भारत ने न सिर्फ इस दौरान परमाणु परीक्षण किया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का भी मजबूती से मुकाबला किया.'

पूर्व मंत्री दिवंगत अनंत कुमार के सरकार और देश में योगदान का उल्लेख करते हुए वेंकैया नायडू भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि अनंत कुमार ने कई मंत्रालय संभाल कर देश निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था. वह संसदीय कार्य मंत्री के रूप में भी अपनी एक छाप छोड़ने में कामयाब हुए थे. वह अपनी ऊर्जा, और उत्साह के लिए जाने जाते थे. गौरतलब है कि अनंत कुमार नायडू के करीबी मित्रों में रहे हैं और उनके साथ लंबे समय तक कैबिनेट मंत्री रहे.

गौरतलब है कि संसद के शीतकालीन सत्र में मोटर व्हीकल बिल सहित करीब 20 विधेयकों को पारित कराने की सरकार के सामने चुनौती है. लोकसभा चुनाव से पहले यह आखिरी पूर्ण सत्र है.

 


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