माया-अखिलेश का बहुजन समाजवाद

By: Dilip Kumar
1/12/2019 4:45:43 PM
नई दिल्ली

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने होटल ताज में  समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। मायावती ने इस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में ही इसको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की नींद उड़ाने वाला बताया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि उत्तर प्रदेश में माहौल बेहद भयावह है।

अखिलेश यादव और मायावती दोनों ने साथ आने के संकेत काफी पहले से देना शुरू कर दिया था। इस जोड़ी का फॉर्मूला उत्तर प्रदेश में लोकसभा के उप चुनाव में चल निकला। लोकसभा चुनाव में डंका बजाने वाली भारतीय जनता पार्टी ने उप चुनाव में अपनी सभी सीट गंवा दी। सबसे बड़ा झटका को इनको गोरखपुर में लगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ में भाजपा ने सीट गंवा दी। फूलपुर में आजादी के बाद से पहली बार भाजपा का खाता खुला था, लेकिन पार्टी इसको बरकरार नहीं रख सकी। कैराना लोकसभा के साथ बिजनौर में नूरपुर विधानसभा उप चुनाव भी भाजपा ने गंवा दिया।

मायावती ने कहा कि यह पीएम मोदी और अमित शाह दोनों गुरु चेले की नींद उड़ाने वाली अति महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक प्रेस कॉन्फ्रेंस है। हमारी पार्टी ने अंबेडकर के देहांत के बाद उनके कारवां को गति प्रदान की है। उस कारवां को ऐतिहासिक सफलता भी दिलाई है। हम जातिवादी व्यवस्था के शिकार लोगों को सम्मान दिलाने का काम कर रहे हैं। हम पहले भी साथ आए थे और आज फिर चुनाव के लिए साथ आ रहे हैं। हमें उस दौरान भी चुनाव में सफलता मिली थी। इस बार भी हम सफल होंगे। हमारा तो अब एक ही मकसद भाजपा जैसी सांप्रदायिक पार्टियों को सत्ता से बाहर रखने का है।

मायावती ने कहा भाजपा ने लोकसभा व विधानसभा में बेईमानी से सरकार बनाई थी। इसके बाद तो हमने उपचुनावों में भाजपा को हराकर इनको रोकने की शुरुआत कर दी थी। इस चुनाव में तो कांग्रेस के उम्मीदवार की तो जमानत जब्त हो गई थी। इसके बाद चर्चा शुरू हुई कि सपा व बसपा साथ आ जाएं तो भाजपा को सत्ता में आने से रोका जा सकता है। दलितों, पिछड़ों, गरीबों, धार्मिक अल्पसंख्यक के हितों की उपेक्षा को देखते हुए गेस्ट हाउस कांड को किनारे करते हुए हमने गठबंधन का फैसला किया।

जनहित में हमने गठबंधन को लखनऊ गेस्टहाउस कांड से ऊपर रखते हुए एक बार फिर दूषित राजनीति को जड़ से हटाने के लिए एक साथ आने का फैसला लिया है। आज उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के सवा सौ करोड़ आम जनता भाजपा के घोर चुनावी वादा खिलाफी के खिलाफ खड़े हैं। जनता भाजपा के तानाशाही रवैये से खासी नाराज हैं। हमारा गठबंधन नई राजनीतिक क्रांति की तरह है। बसपा-सपा के गठबंधन से आम जनता की उम्मीद जग गई है।

यह गठबंधन सिर्फ चुनाव जीतने के लिए ही नहीं है बल्कि यह गरीबों, महिनलाओं, किसानों, दलितों, शोषित और पिछड़ों को उनका हक दिलाने के लिए है। मायावती ने कहा कि देश की जनता भाजपा की गलत नीतियों और कार्य प्रणाली से खासी दुखी है। अब इस पार्टी को सत्ता में आने का अधिकार नहीं है। हम उसे दोबारा सत्ता में आने से रोकना चाहते हैं।


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