दिल्ली के टॉप-5 गैंग, टॉप-10 बदमाश, इनसे थर्राती है दिल्ली

By: Dilip Kumar
5/21/2019 3:42:00 PM
नई दिल्ली

देश की राजधानी दिल्ली में कुछ गैंग पुलिस के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। ये बदमाश दिनदहाड़े गैंगवॉर करते हैं और वारतदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। दिल्ली के गैंग जो 'गैंग्स ऑफ दिल्ली' बनकर पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गए हैं। इनके कई सरगना जेल के अंदर पहुंच चुके हैं, लेकिन तिहाड़ जेल के अंदर से भी वो गैंग को ऑपरेट कर रहे हैं।  इलाके में धमक जमाने के लिए गैंगवॉर और उगाही से दहशत फैलाने वाले बदमाशों और उनके गैंग की फेहरिस्त काफी लंबी है। कई बदमाशों ने दिल्ली पुलिस की नाक में दम कर रखा है। हम आपको इनमें से 10 कुख्यात बदमाशों के बारे में बता रहे हैं।

जितेंद्र गोगी : इसकी गिरफ्तारी पर चार लाख रुपये का इनाम रखा गया है। अलीपुर का रहने वाले गोगी के ऊपर हत्याएं, अपहरण, फिरौती मांगना और हत्या का प्रयास जैसे दर्जनों मुकदमे हैं।

संदीप उर्फ ढिल्लू : गोली मारने में एक्सपर्ट संदीप प्रहलादपुर बांगर दिल्ली का रहने वाला है। इस पर दो लाख का इनाम है। यह अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। शक है कि इसने नेपाल में अपना नया ठिकाना बना लिया है।

समुंदर खत्री उर्फ सुरेंद्र : नरेला के रहने वाले समुंदर पर 3 लाख का इनाम रखा गया है। हत्या, रंगदारी और जान से मारने की धमकी देने के कई मुकदमे दर्ज हैं। इसके बारे में बताया जाता है कि यह तिहाड़ जेल से 16 जनवरी, 2015 को बाहर आया था। जेल से बाहर आने के अगले ही दिन इसने दिल्ली पुलिस के एक कॉन्स्टेबल की हत्या कर दी थी। गुड़गांव में भी वह एक कॉन्स्टेबल की हत्या कर चुका है।

कुलदीप मान उर्फ फज्जा : 50 हजार का इनामी यह बदमाश गोगी गैंग का सेकंड कमांडर बताया जाता है। डीयू से साइंस ग्रैजुएट फज्जा किसान का बेटा है। इसके बारे में पुलिस ने बताया कि साल 2014 में इसने विरोधी गैंग के विकास की हत्या कर दी थी। 15 जनवरी को इसकी टीम ने टिल्लू के खास सदस्य और खतरनाक बदमाश रवि भारद्वाज को भीड़ के बीच करीब 30 गोलियां चलाकर हत्या कर दी थी।

अशोक प्रधान : यह सनम डागर के साथ अपने गैंग को चला रहा है।

रोहित मोई : यह गोगी गैंग का प्रमुख शार्प शूटर है। गोगी के गायब होने के बाद से मोई दिल्ली पुलिस के रडार पर है।

हाशिम बाबा : यह नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली का खतरनाक बदमाश भी है। एक समय बाबा गैंग दिल्ली का सबसे बड़ा गैंगस्टर माना जाता था। बताया जाता है कि 50 हजार के यह इनामी बदमाश 2014 में पकड़ा भी गया था लेकिन बाद में परोल पर जब यह जेल से बाहर आया तो फिर इसने सरेंडर नहीं किया। इसके विरोधी छेनू इरफान गैंग ने 2017 में इसके कई साथियों की हत्या कर दी। तब से हाशिम अपने विरोधी छेनू के आदमियों को मारने के पीछे लगा हुआ है।

अमित ताजपुरिया : इसकी गिरफ्तारी या इसके बारे में किसी तरह की सूचना देने वाले को 50 हजार के इनाम देने की घोषणा की गई है। इसके खिलाफ हत्या और रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज हैं।

विजय पहलवान : वसंत कुंज नॉर्थ निवासी विजय पहलवान जेल से परोल पर बाहर आया था लेकिन इसके बाद यह जेल नहीं गया।

समीर छोटू : नॉर्थ-ईस्ट जाफराबाद के रहने वाले छोटू के ऊपर कई मामले दर्ज हैं।

दिल्ली के टॉप-5 गैंग जो पुलिस के लिए चुनौती

इनमें ‘नरेश कौशल गैंग’ टॉप पर बताया गया है। गुड़गांव के रहने वाले नरेश पर दर्जन से अधिक हत्याएं, हत्या का प्रयास और रंगदारी लेने के मामले दर्ज हैं। वह एक समय दिल्ली में लूट, रंगदारी और हत्याएं करने में तेजी से उभरते गैंग राजेश भारती वाला ही गैंग है। गैंगस्टर राजेश भारती को पिछले साल 10 जून को स्पेशल सेल के डीसीपी संजीव यादव और उनकी टीम ने साउथ दिल्ली में चार दूसरे साथियों से एनकाउंटर में मार गिराया था। उसके बाद भी ये गैंग सक्रिए है। पुलिस का कहना है कि वैसे तो ‘नरेश कौशल गैंग’ का एरिया गुड़गांव का है, लेकिन इसने पिछले कुछ समय में दिल्ली में कई वारदातों को अंजाम दिया। वह दिल्ली पुलिस के गैंग्स वाली लिस्ट में टॉप पर है। वह दुबई से अपने गैंग को ऑपरेट कर रहा है।

अगर दिल्ली एनसीआर वाले गैंग में नरेश कौशल गैंग को शामिल कर लिया जाए तो फिर दिल्ली में ‘नीरज बवाना गैंग’ नंबर-1 पर आता है।  कहा जाता है कि गिरफ्तार किए जाने के बाद नीरज तिहाड़ जेल से ही अपना गैंग चला रहा है। दिल्ली में यह लंबे समय से बड़े-बड़े बिजनेसमैन और उद्योगपतियों से फिरौती मांगता है। इसके गुर्गे वारदात को अंजाम देने में नहीं हिचकते। इसके गैंग के दो प्रमुख बदमाश सोनू चिढ़ी और मुनिया बवानिया के इशारे पर कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं।

वहीं, तीसरे नंबर पर गोगी गैंग का नाम आता है। छोटा शिव मंदिर अलीपुर के रहने वाले गोगी पर 4 लाख रुपये का इनाम है। उस पर भी दर्जनों हत्याएं, हत्या का प्रयास और फिरौती मांगने के मामले हैं। गोगी गैंग अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। गोगी गैंग की ताजपुर गांव के रहने वाले सुनील उर्फ टिल्लू गैंग से ठनी हुई है। दोनों गैंग की गैंगवॉर में कई बदमाश मारे भी जा चुके हैं और कई बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है. गोगी अभी फरार है।

चौथे नंबर पर ताजपुर गांव का रहने वाला सुनील उर्फ टिल्लू गैंग है। टिल्लू जेल में है। वह अपना गैंग जेल के अंदर से ही चला रहा है। उसके गैंग में संदीप उर्फ ढिल्लू और अमित दबंग प्रमुख बदमाश हैं। संदीप पर दो लाख रुपये का इनाम भी है।

पांचवें नंबर पर सोनू दरियापुर गैंग है। सोनू तिहाड़ में है, लेकिन इस गैंग की असली ताकत जेल से बाहर घूम रहे हाशिम बाबा और समुंदर खत्री उर्फ सुरेंद्र हैं। नरेला के रहने वाले समुंदर पर दो लाख रुपये का इनाम है। वह कई हत्याएं भी कर चुका है। इनके अलावा अशोक प्रधान गैंग भी कुछ कम नहीं है। इस गैंग में अशोक प्रधान और सनम डागर मिलकर गैंग को चला रहे हैं।


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