वर्ल्ड चैंपियनशिप: आज 'गोल्डन गर्ल' बनने उतरेंगी 'सिल्वर' सिंधु

By: Dilip Kumar
8/25/2019 10:09:28 AM
नई दिल्ली

ओलिंपिक्स, वर्ल्ड चैंपियनशिप, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स। इन चार मेगा इवेंट में भारतीय स्टार शटलर पीवी सिंधु ने विमिंस सिंगल्स बैडमिंटन के फाइनल में जगह बनाई है, लेकिन एक बार भी वह अपनी झोली में गोल्ड डालने में कामयाब नहीं हो पाईं। फाइनल में जाकर चूकने वालीं सिंधु के पास आज अपने करियर का सबसे बड़ा खिताब जीतने का एक और मौका होगा, जब वह वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल में कोर्ट पर उतरेंगी।

पांचवीं सीड सिंधु ने सेमीफाइनल में चीन की चेन यू फेई को 21-7, 21-14 से हराया। सिंधु ने यह मुकाबला 40 मिनट में अपने नाम किया। वे लगातार तीसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचीं। इससे पहले 2018 में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मरीन और 2017 में जापान की नोजोमी ओकुहारा के खिलाफ खिताबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा था।

रविवार को फाइनल में सिंधु का मुकाबला जापान की नोजोमी ओकुहारा के बीच होगा। सिंधु वर्ल्ड रैंकिंग में पांचवें और यू फेई तीसरे स्थान पर हैं। दोनों के बीच अब तक 9 मैच खेले गए। इनमें सिंधु ने 6 बार जीत दर्ज की। यू फेई को सिर्फ तीन मुकाबलों में सफलता मिली। सिंधु ने दोनों के बीच हुए पिछले मैच में भी जीत हासिल की थी।

जूनियर एशियन चैम्पियनशिप के दौरान सिंधु के कोच रहे संजीब सचदेवा ने कहा- सेमीफाइनल में सिंधु शुरू से ही अटैकिंग थीं। यही उसकी ताकत है। उन्होंने यूफेई के खिलाफ भी ऐसा ही खेला। 5 फीट 11 इंच लंबी सिंधु ने अपनी हाइट का पूरा फायदा उठाया। उन्होंने क्रॉस कोर्ट स्मैश पर ज्यादा पॉइंट लिए। उन्होंने क्रॉस कोर्ट नेट पर भी बखूबी खेला और पॉइंट बनाए। सिंधु ने अटैकिंग खेल के साथ ही रैली में भी पॉइंट बनाए। उनका डिफेंस भी बेहतर रहा। सिंधु के रिटर्न काफी तेज थे। उनके शॉट में पावर का कमाल दिखा। पूरे मैच में वह काफी फिट नजर आई।

उन्होंने कहा,‘अंत तक ऐसा नहीं लगा कि वह थकी हुई हैं। वहीं चीनी खिलाड़ी का डिफेंस काफी कमजोर रहा, जिसका पूरा फायदा सिंधु ने उठाया। सिंधु ने यूफेई को छठी बार और चैंपियनशिप में दूसरी बार हराया। सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप में किसी चीनी खिलाड़ी से कभी नहीं हारीं। उन्होंने 6 टूर्नामेंट में 9 बार चीनी खिलाड़ियों को हराया। उनका फाइनल 2017 की चैंपियन तीसरी सीड ओकुहारा से है। 5 फीट लंबी ओकुहारा का फुटवर्क अच्छा है। स्टेमिना तो सिंधु से भी बेहतर है। लंबी रैली के बाद भी वे थकती नहीं हैं। उनकी स्पीड और डिफेंस भी बहुत अच्छा है। वे कोर्ट के हर कोने पर शॉट खेलती हैं। जिस खिलाड़ी का स्टैमिना अच्छा होगा, वो जीतेगी।’

 


comments