विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाएं आगे आएं: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद

By: Dilip Kumar
10/4/2019 10:07:01 PM
नई दिल्ली

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि वर्तमान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों में छात्र और छात्राओं की संख्या के अंतर को पाटने की जरूरत है। उन्होंने ऐसे संस्थानों के पूर्व छात्रों से समाज के कल्याण और वंचित लोगों की सहायता के लिए आगे आने का आह्वान किया। राष्ट्रपति शुक्रवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की में 19वें दीक्षा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थानों में छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या कम है। इस अंतर को समाप्त किया जाना चाहिए। इसरो से जुड़े अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा कि चंद्रयान-दो का प्रक्षेपण पहले 15 जुलाई 2019 को होना था, तब वे इसरो सेंटर में मौजूद थे।

उन्हें यह देखकर खुशी हुई कि वहां तीन प्रोजेक्ट मैनेजर में से दो महिलाएं थीं। इनमें से एक महिला वैज्ञानिक अपने छह माह के बच्चे को बेंगलुरू में अभिभावकों के पास छोड़कर आईं थीं। यह महिला दो महीने से लगातार इसरो सेंटर में कर्तव्यनिष्ठा के साथ कार्य कर रही थीं। इसीलिए इसरो के वैज्ञानिकों पर देश को गर्व है। राष्ट्रपति ने छात्र-छात्राओं शुभकामनाएं दी और कहा कि मेडल एवं डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए ही नहीं, बल्कि उनके अभिभावकों के लिए भी यह गर्व का क्षण है। कहा कि संस्थान के पूर्व छात्रों को अपने मातृ संस्थान के विकास के लिए योगदान देना चाहिए। करदाताओं के रूप में देशवासियों ने छात्रों की शिक्षा में योगदान दिया है। ऐसे में समाज के कल्याण और वंचित लोगों की सहायता के लिए पूर्व छात्रों को आगे आना चाहिए। 


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