"गुरु नानक पब्लिक स्कूल राजौरी गार्डन में छात्रों के लिए ग्रीष्म अवकाशीय कैंप"
By: Dilip Kumar
7/4/2025 11:36:42 AM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार) के अधीन एक स्वायत्त संगठन द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि देश भर के छात्र और शिक्षक विभिन्न भाषाई परिवार की एक अन्य भारतीय भाषा सीखेंगे। भाषाओं के माध्यम से आत्मीयता और एकता का एक शक्तिशाली संदेश पूरे देश में जाएगा। समर कैंप भारत की भाषाई विरासत को मजबूत करने और बहुभाषी नागरिकों को बढ़ावा देने की दिशा में एक परिवर्तनकारी कदम है। यह कैंप 7 दिनों के विचारोत्तेजक कार्यक्रम के रूप में निर्देशित किया गया है । यह शिक्षा, सांस्कृति, एकीकरण और नवाचार के अभिसरण का प्रतिनिधित्व करता है, जो छात्रों को भाषाओं का जश्न मनाने और विविधता में एकता को अपनाने के लिए एक मंच प्रदान करता है। स्कूलों, शिक्षकों, शिक्षा बोर्डों और भाषा संस्थानों के सामूहिक प्रयासों से, यह पहल भारत के शैक्षिक परिदृश्य में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम के रूप में विकसित हो सकती है, जो युवा शिक्षार्थियों की पीढ़ियों को गर्व के साथ यह कहने के लिए प्रेरित करेगी: "मैंने एक और भारतीय भाषा सीखी और एक नए भारत की खोज की।"
सी बी एस ई द्वारा निर्देशित दिन Day1 मनाना -विद्यालय में 1 जुलाई को निश्चित कर प्रस्तुत किया गया। ग्रीष्म अवकाशीय कैंप में छात्रों को पंजाबी और हिंदी भाषा में बुनियादी अभिवादन क्रियाकलाप , अक्षर ज्ञान, अंक ज्ञान, हस्ताक्षर, स्लोगन लेखन,वचन बदलो,फलों, सब्जियों ,पशुओं, रंगों के नाम आदि सिखाए गए और उनसे संबंधित विभिन्न चार्ट और फ्लैश कार्ड भी बनवाए गए ।इस कार्य में विशेष रूप से विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती मनप्रीत कौर जी,मोनिका, तजिंदर कौर तथा गुरविंदर कौर मैडम का सहयोग रहा जिससे कि कैंप के प्रथम दिवसीय कार्य प्रस्तुति को सफलतापूर्वक परिणीति मिली ।