सीएए विरोध-प्रदर्शन के दौरान रेलवे को 88 करोड़ रु. का नुकसान

By: Dilip Kumar
12/21/2019 4:40:37 PM
नई दिल्ली

नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान रेलवे को 88 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ। रेलवे ने शनिवार को बताया कि सबसे ज्यादा 72 करोड़ रुपए का नुकसान पूर्वी जोन में हुआ। दक्षिण पूर्व जोन में 13 करोड़ और पूर्वोत्तर फ्रंटियर जोन में 3 करोड़ रुपए की संपत्तियों की क्षति हुई है। रेलवे के इन तीनों जोन में असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड के हिस्से आते हैं।नागरिकता कानून पारित होने के बाद से ही देश के 18 राज्यों में प्रदर्शन हुए। असम और पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशनों पर तोड़फोड़ की थी और कई खाली डिब्बों में आग लगा दी थी। इसके बाद रेलवे को कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ी और रूट में बदलाव करना पड़ा था। इससे रेलवे को राजस्व घाटा भी हुआ।

केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगाड़ी ने रेलवे संपत्तियों को क्षति पहुंचाने पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि मैंने जिला प्रशासन और रेल अधिकारियों से कहा है कि कोई भी सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाता है तो उसे गोली मार दी जाए। मैंने एक केंद्रीय मंत्री की हैसियत से उन्हें यह निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि जब रेलवे को पूर्वोत्तर और पश्चिम बंगाल में भारी नुकसान हो रहा है। इस स्थिति में हिंसा को नजरंदाज नहीं किया जा सकता।

नागरिकता कानून के विरोध में पूर्वोत्तर के पांच राज्यों और देश के कई अन्य हिस्सों में पिछले शनिवार को प्रदर्शन हुआ था। पश्चिम बंगाल के कई इलाकों में प्रदर्शन हिंसक हो गया था। उपद्रवियों ने हावड़ा जिले में एक ट्रेन और रेलवे स्टेशन में आग लगा दी। कई जगहों पर सड़कों को जाम करते हुए 15 से ज्यादा बसों को आग के हवाले कर दिया। एक पुलिस वैन भी जला दी थी।


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