यूपी में सभी तरह के इलाजयोग्य कैंसर के मामले 35 फीसदी 

By: Dilip Kumar
2/27/2022 2:35:27 AM

अलीगढ़ (राजपाल सिंह आर्य)। मुंह के कैंसर के बढ़ते मामलों पर चर्चा करने और इसके इलाज में आई तरक्की के बारे में बताने के लिए मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हॉस्पिटल पटपड़गंज ने आज एक संवाद सत्र का आयोजन किया जहां उन्होंने अपनी विशेष ओपीडी सेवाओं की भी घोषणा की। ये ओपीडी सेवाएं अलीगढ़ के कुमार नर्सिंग होम, रामघाट रोड में हर महीने के चौथे शुक्रवार को सुबह 11 बजे से 3 बजे तक मैक्स पेशेंट असिस्टेंस सेंटर में दी जाएंगी। इससे क्षेत्र और आसपास के मरीजों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं पाने के लिए किसी दूर शहर की यात्रा पर खर्च भी नहीं करना पड़ेगा और उनका समय भी बचेगा। यह सुनकर आश्चर्य लगता है कि आसानी से पहचान, इलाज और सबसे महत्वपूर्ण बचाव योग्य कैंसर के बावजूद विश्व में ओरल कैंसर मरीजों की संख्या के मामले में भारत नंबर वन है।

पटपड़गंज, नई दिल्ली स्थित मैक्स हॉस्पिटल में सर्जिकल आॅन्कोलॉजी के निदेशक डॉ. पवन गुप्ता बताते हैं, 'विशेषज्ञ सेंटरों और प्रशिक्षित विशेषज्ञों की उपलब्धता के कारण ओरल कैंसर के प्रबंधन और इलाज तरीकों में क्रांति आई है। स्कारलेस सर्जरी और माइक्रोवैस्कुलर रिकंस्ट्रक्शन, रोबोटिक सर्जरी आने से चेहरे और शरीर की सुंदरता तथा बोलने, निगलने और खाने की क्षमता आम लोगों की तरह ही बरकरार रहती है। ओरल कैंसर इलाज के नतीजे से मरीज के जीवन की संपूर्ण क्वालिटी में सुधार आया है।

आधुनिक रेडियोथेरापी उपकरण और इम्युनोथेरापी और टारगेटेड थेरापी से लैस कीमोथेरापी इस प्रकार के कैंसर के निष्कर्ष में बदलाव लेकर आया है। मैक्स हॉस्पिटल में हम अपने मरीजों को हर तरीके से सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयासर करते हैं— सर्वश्रेष्ठ स्तर के इलाज से लेकर सबसे अच्छे परिणाम के लिए संपूर्ण 360 डिग्री सुविधा और सेवा। ज्यादातर लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के लिए हमने छोटे शहरों और कस्बों में भी ओपीडी खोलने की योजना बनाई है ताकि स्थानीय लोगों को सर्वश्रेष्ठ इलाज मिल सके।' चूंकि इस जानलेवा बीमारी का मूल कारण तंबाकू का इस्तेमाल (चबाकर और धूम्रपान करने से) है, इसलिए लोगों को यह बताना सख्त जरूरी है कि इसके मामलों में कमी लाने के लिए किसी भी रूप में तंबाकू का त्याग कर देना चाहिए। इसकी वजह स्पष्ट है इसलिए धूम्रपान या तंबाकू का त्याग करना ओरल कैंसर से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। तंबाकू से निजात दिलाने वाले प्रशिक्षित विशेषज्ञ तंबाकू सेवन करने वालों का सफल इलाज कर रहे हैं। इस सत्र का मकसद लोगों में स्वस्थ आदतें अपनाने और नियमित चेक—अप कराने के लिए भी जागरूकता फैलाना था। डॉक्टर इस बात पर हमेशा जोर देते हैं कि मुंह में यदि किसी तरह के लाल या सफेद धब्बे बनते हैं या तीन सप्ताह से अधिक समय तक अल्सर रहता है तो तत्काल डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।

उन्होंने बताया, 'जानकारी के अभाव में लोग आम तौर पर शुरुआती लक्षणों की अनदेखी कर देते हैं और बीमारी के एडवांस स्टेज में पहुंच जाने के बाद ही अस्पताल जाते हैं। कैंसर के इलाज को समझना और इस बारे में जागरूकता फैलाना बहुत जरूरी है। साथ ही लाइफस्टाइल में सुधार लाने और आत्मपरीक्षण करने से इससे बचाव के तरीके अपनाए जा सकते हैं। अब इसके इलाज के लिए बेहतर और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी उपलब्ध है इसलिए लोगों को लक्षणों की शुरुआती पहचान कराने के बारे में भी बताना होगा ताकि वे इनकी अनदेखी न कर सकें और शीघ्र इसकी पहचान करा लें। इसके सामान्य लक्षणों में लंबे समय तक होने वाले मुंह के छाले, निगलते समय दर्द और मुंह में लाल या सफेद धब्बे होना है, जिनकी अनदेखी नहीं होनी चाहिए। इन लक्षणों की अनदेखी से लंप्स विकसित होकर असाध्य ट्यूमर बन जाता है जो कैंसर का कारण बनता है। इस तरह के फाइब्रोसिस के कैंसर में बदलने की दर 10 फीसदी से ज्यादा है और इस तरह के मामले ठीक नहीं हो पाते हैं। मुंह के छालों की शुरुआती पहचान से रोग को पूरी तरह समझा जा सकता है। उच्च जोखिम वाले मरीजों को अपने मुंह के छालों के प्रति सतर्क रहना चाहिए और महीने में एक बार जांच कराते रहना चाहिए।


comments