लाल किले के अंदर संग्रहालय भवन में सिख जनरल बाबा बघेल सिंह का इतिहास दर्ज करने की मांग

By: Dilip Kumar
4/21/2022 12:15:49 PM

नई दिल्ली(बंसी लाल)। ग्लोबल सिख एडवोकेसी फाउंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट सरदार कुलजीत सिंह सचदेवा ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरदार बघेल सिंह सिख धर्म के स्तंभ हैं जिन्होंने बाबा बंदा सिंह बहादुर को सबसे कठिन समय में नेतृत्व दिया। मिस्ल राज ने न केवल सिख धर्म की जड़ों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई बल्कि अवध, उत्तराखंड और दिल्ली में भी सिख प्रभाव फैलाया। मुगल सेना को हराने के बाद, सरदार बघेल सिंह ने मार्च 1783 में लाल किले पर सिख ध्वज फहराया और दिल्ली पर सिख प्रभाव को सुरक्षित रखा। इसलिए लाल किले के अंदर संग्रहालय के घर में उनका विशेष उल्लेख किया जाना चाहिए क्योंकि यह एक इतिहासिक सिख इतिहास है जिसे नजरअंदाज किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि डीएसजीएमसी पिछले कुछ वर्षों से लाल किले पर दिल्ली फतेह दिवस मना रहा है लेकिन उन्होंने लाल किले के अंदर बाबा बघेल सिंह द्वारा बनाए गए इतिहास को दर्ज करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इसलिए हम सिख समुदाय के सभी जत्थेदार, एसजीपीसी, डीएसजीएमसी और सिख नेताओं से अनुरोध कर रहे हैं कि इस गंभीर मामले में सहयोग करें । उन्होंने कहा कि बाबा बघेल सिंह जी के इतिहास को स्थान देने के लिए संबंधित मंत्रियों से लिखित अपील की जाएगी और उनके द्वारा रचित इतिहास की जानकारी दी जाएगी ताकि वे भी हमारा सहयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि हर साल देश-विदेश से करोड़ों लोग लाल किले के दर्शन करने आते हैं, लेकिन वहां सिख इतिहास नहीं लिखा होता है, इसलिए उन्हें हमारे देश के नायक बाबा बघेल सिंह द्वारा रचे गए इतिहास का पता नहीं चलता। उन्होंने कहा कि सिख धर्म के लिए जनरल बाबा बघेल सिंह का योगदान चिरस्थायी है। इसलिए हमारे नेताओं को इसे जल्द से जल्द पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए।


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