राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का क्रियान्वयन : सूर्या फाउण्डेशन की अद्भुत पहल

By: Dilip Kumar
2/25/2023 6:58:26 PM

नई दिल्ली से कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। शनिवार को सूर्या फाउण्डेशन के केंद्रीय कार्यालय (बी-3/330, पश्चिम विहार, नई दिल्ली) में सूर्या फाउण्डेशन के शिक्षा विभाग द्वारा सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य वक्ता प्रो. रंजना अरोड़ा  - हेड, करिकुलम एंड एन.इ.पी. काॅर्डिनेशन, एनसीइआरटी, सूर्या फाउण्डेशन के अधिकृत कार्यकर्ता तथा अलग-अलग संस्थाओं से आये शिक्षाविद और प्रधानाचार्य उपस्थित रहे। प्रो. एच.एल. शर्मा ने डाॅ. रंजना अरोड़ा का वन्दन-अभिनन्दन करते हुए सूर्या फाउण्डेशन के चेयरमैन पद्मश्री जयप्रकाश के मार्गदर्शन में एक कक्षा-एक किताब परियोजना की सन 1999 से आज तक की यात्रा पर प्रकाश डाला।

सूर्य भारती प्रथम नवंबर 2000 में प्रकाशित हुई। इसी श्रृंखला में द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ और पंचम बनी। डाॅ. रंजना एनइपी के अंतर्गत होने वाले समस्त कार्यों की जानकार हैं। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि प्रोफेसर रंजना अरोड़ा के श्रीमुख नीति, उसका क्रियान्वयन और एनसीइआरटी की भूमिका के बारे में सुनेंगे। डाॅ. शर्मा ने समेकित पाठ्यचर्या के अंतर्गत शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा स्कूल के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूल भारती आर्गेनाइजेशन (एसबीओ) का गठन के बारे में बताया। इसके अंतर्गत आज 700 से अधिक विद्यालय हैं। एसबीओ के अंतर्गत बच्चों के लिए, माता-पिता, अभिभावकों, आचार्यों तथा विद्यालय प्रबंधकों के लिए साधना स्थली झिंझोली में कार्यक्रम आयोजित होते रहते हैं।

डाॅ. शर्मा ने मुख्य वक्ता के मार्गदर्शन की अपेक्षा करते हुए कहा कि वे सूर्य भारती पुस्तकों पर प्रयोग-परीक्षण कराने की कृपा करें। एनइपी 2020 के क्रियान्वयन में आपने कहा कि वर्तमान में यह एक माॅडल है। एक ही किताब में हितकारकों, बच्चे, माता-पिता, अध्यक्ष तथा प्रबंधकों के लिए पठन-पाठन सामग्री है। डाॅ. शर्मा ने कहा कि सूर्य भारती पुस्तकें लर्निंग आउटकम्स तथा एन.इ.पी. 2020 के अनुसार हैं। इन किताबों की रचना के चार आधार - मास्टरी लर्निंग, मिनीमम लेवल आॅफ लर्निंग, कन्स्ट्रक्टिविज़्म तथा काॅनसेप्ट मैपिंग हैं।

मुख्य वक्ता डाॅ. रंजना अरोड़ा ने एनइपी 2020 की .... मुख्य विशेषताओं की चर्चा की तथा पिछली नीतियों के बारे में भी बताया। मातृभाषा में शिक्षण और 5+3+3+2 का जिक्र करते हुए आपने सर्वांगीण विकास के लिए पंचकोषों की भी चर्चा की। नीति-2020 के महत्वपूर्ण बिंदुओं का प्रतिभागियों के सहयोग से शिक्षण अधिगम निमित्त प्रश्न किए। शिक्षण की पंचपदी पर विशेष जोर दिया। भाषण देते हुए उन्होंने आए हुए शिक्षकों से पूछा कि ऐसे प्रश्न बनाएँ जिनका उत्तर 5 हो। इस पर अनेक शिक्षकों ने तुरंत अनेक सही उत्तर दिए। भोजन को लेकर उन्होंने शिक्षण संबंधी अनेक विधाओं के संबंध में भी शिक्षकों से प्रश्न किया और बताया कि इस शिक्षा नीति में शिक्षक अनेक शिक्षण पद्धतियों को अपनाने के लिए स्वतंत्र हैं। सूर्या फाउण्डेशन के इस अद्भुत प्रयास की उन्होंने सराहना की।


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