सुपुर्द-ए-खाक हुए एथलीट्स अर्जुन और भीम अवॉर्डी साबिर अली,रेलवे में दी थी कई वर्षो तक सेवा

By: Dilip Kumar
1/23/2023 8:55:28 PM

नई दिल्ली से कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। साबिर अली रेलवे में डिप्टी चीफ कमर्शियल मैनेजर नार्थ इंडिया के पद से रिटायर हुए खेल जगत के सितारे अर्जुन अवॉर्डी गांव नाचरौन निवासी साबिर अली (68) का रविवार अलसुबह निधन हो गया था। उनको रडार यमुना नगर हरियाणा के कब्रिस्तान में सुपुर्दे खाक किया गया जिसमे परिवार, रेलवे के स्टाफ के साथ खेल प्रेमियों और भारी संख्या में उनके चाहने वालो ने शिरकत की। उनके  पीछे भरा पूरा परिवार है। साबिर अली को 1981 में राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह द्वारा उन्हें खेलों में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया था।

क्षेत्र की सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक संस्थाओं ने साबिर के निधन पर दुख जताया है। साबिर अली के भतीजे सलीम ने बताया कि उनके चाचा एथलीट थे। वह इस समय परिवार के साथ गुरुग्राम में रह रहे थे। उनकी बेटी दिल्ली के एक अस्पताल में डॉक्टर है। वहीं, बेटा मॉडलिंग के क्षेत्र में है। उनके चाचा रेलवे में अधिकारी रहे। एथलीट में उनके चाचा ने 10 गोल्ड मेडल हासिल किए। जिसमें टोक्यो में 1981 में हुई एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप भी शामिल है। उन्होंने काठमांडू व ढाका में हुई दक्षिण एशियाई एथलेटिक्स मीट में दो रजत पदक जीते।

भारतीय रेलवे की ओर से उन्हें 1981 में भारत का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी घोषित किया गया था। उन्हें भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति जैल सिंह द्वारा अर्जुन पुरस्कार व 1981 में प्रदेश सरकार की ओर से भीम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 1983 में कुवैत में हुई एशियन ट्रैक एंड फील्ड एथलेटिक्स मीट में वे भारतीय एथलेटिक्स टीम के कप्तान रहे। वहीं साबिर अली 1992 से 2002 तक रेलवे सलेक्सन कमेटी के सदस्य भी रहे। 


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