विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तम्बाकू मुक्त युवा सेमिनार का सफल आयोजन

By: Dilip Kumar
6/5/2023 11:21:02 AM
धर्मशाला 

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय धर्मशाला स्थिति क्षेत्रीय एवम विधि अध्ययन सेंटर द्वारा तंबाकू नियंत्रण कानून (कोटपा) 2003 विषय पर सेमिनार आयोजित किया गया। स्टुडेंट्स के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नाडा इंडिया फाउंडेशन नई दिल्ली के सहयोग से केन्द्र में यह आयोजित किया गया। विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष में स्वास्थय मंत्रालय भारत सरकार एवम माननीय मंत्री मनसुख मांदविया के द्वारा शुरू किए गए तम्बाकू मुक्त युवा अभियान के तत्वाधान में यह सेमिनार हुआ । नाडा इंडिया के राष्ट्रीय संयोजक सुनील वात्स्यायन ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करते हुए विधि विभाग के छात्रों को तंबाकू के ख़तरनाक प्रभावों के बारे में बताया। कोटपा संसोधन 2020 की आवश्यकता की बात रखी। तम्बाकू मुक्त युवा अभियान का महत्व को रेखांकित किया ।

श्री वत्स्यायन ने विद्यार्थियों से इससे संबंधित जानकारी को लोगों तक पहुंचाने का आग्रह किया। स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित करते हुए इसे राष्ट्रीय प्राथमिकता में रखने पर जोर दिया।श्री वात्स्यायन ने कहा कि युवाओं को अपनी ऊर्जा सही दिशा में लगानी चाहिए। स्वास्थ किसी भी देश की बड़ी पूंजी होती है। युवा शक्ति पूंजी होती है। तंबाकू एवम उससे जुड़े उत्पाद आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं । इस समस्या के समाधान की दिशा युवाओं को जागरूक होने की जरूरत है । कोटपा 2003 में बदलाव समय की मांग है। समक्ष चुनौतियों का सामना करते हुए ही यह बदलाव लाए जा सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार की प्रेरणा से नाडा इंडिया नेटवर्क देश भर में विशेषकर हिमाचल प्रदेश पंजाब एवम राजस्थान में युवाओं को जागरूक करने का काम कर रही है।

इस अवसर पर विवि क्षेत्रीय केंद्र के निदेशक डॉ. डी.पी वर्मा ने नाडा इंडिया के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए इसका समर्थन किया। उन्होनें कहा कि युवाओं के लिए यह कार्यक्रम लाभकारी सिद्ध होगा। विधि संकाय के विद्यार्थियो ने भी अपने विचार रखे। खुले मन से तम्बाकू से मुक्त होने का आह्वान किया। नैतिकता से जीवन में इसे अपनाने की बात कही। कार्यक्रम में विगत वर्ष के यूथ पार्लियामेंट के विजेताओं को प्रमाणपत्र दिए गए। कार्यक्रम में विधि विभाग के फैकल्टी सदस्य डॉ. भावना शर्मा, डॉ. दिव्या गुप्ता, डॉ. नमीता राणा, अंकित राज सहित सभी छात्र उपस्थित रहे।

हिमाचल एन वाई एन राज्य समन्वयक मंगल सिंह ने कहा कि कोटपा अधिनियम की जानकारी आमजन में बहुत कम है ।उन्होंने कहा कि पॉइंट ऑफ सेल्स एवम धूम्रपान क्षेत्र के चलन को बंद करने की जरूरत है। जागरुकता बढ़ाने के लिए कैंपेन के माध्यम से शिक्षण संस्थानों में ऐसे आयोजन होने चाहिए। स्वास्थ्य मनुष्य का सर्वोपरि सहारा होती है। हिमाचल यूनिवर्सिटी का विधि केंद्र युवाओं के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ऐसे आयोजन होने चाहिए।

नाडा यंग इंडिया नेटवर्क हिमाचल के सदस्य सनी सूर्यवंशी ने इस आयोजन को खुशी का लम्हा बताया। नाडा यंग इंडिया कैंपेन युवाओं को जागरूक करने एवम धरातल स्तर पर उन्हें सक्रिय करने के लिए सदैव आवाज उठाता रहा है। यह सेमिनार युवाओं के स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता की ओर कदम है । सरकार ने 2003 में कोटपा कानून पारित किया था। उसके प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जाना चाहिए। तंबाकु खरीददार की उम्र बढ़ाकर 18 से 21 की जानी चाहिए ।

देश में लाखों लोग सालाना तंबाकू से उत्पन्न बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं । जबकि तंबाकू व नशाखोरी से ही लाखों लोग इसकी लत में आकर गरीबी की और धकेले जाते हैं। । राज्य की दृष्टि से भी आंकड़े चौंकाने वाले हैं। प्रदेश में 26.7% पुरुष,1.6% महिला तथा 14.2% कुल युवा धूम्रपान करते हैं। 2016 के वैश्विक वयस्क तम्बाकू सेवन सर्वे ने हिमाचल प्रदेश को गोल्ड श्रेणी में रखा था। गत दस वर्षो में बीड़ी और सिगरेट बहुत ही किफायती उत्पाद बन गये हैं। जुलाई 2017 में जीएसटी के लागू होने से तंबाकू उत्पादों में खासा उछाल देखने को नहीं मिला जिसके चलते सभी वर्ग विशेषकर बच्चों तक की पहुंच में आ गये जो कि गहन चिंतन का विषय है।