सेना का अधिकारी बताकर OLX पर लगाता था लाखों का चूना, ऑनलाइन ठगी के गिरोह का भंडाफोड़

By: Dilip Kumar
7/18/2023 10:24:47 AM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। राजस्थान के भरतपुर के मेवात इलाके से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है. दिल्ली पुलिस की आउटर साइबर थाना पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया है. इस मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है, जो खुद को सेना का अधिकारी बताकर लोगों के साथ ऑनलाइन ठगी करता था. एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने ये कार्रवाई की. पुलिस के मुताबिक शिकायत करने वाली महिला ने बताया कि उसने अपनी पुरानी डाइनिंग टेबल बेचने के लिए ओएलएक्स पर एक विज्ञापन पोस्ट किया था. जिसे रागिमी मिश्रा नाम की एक महिला ने स्वीकार कर लिया और वो 10 हजार रुपये देने को तैयार हो गई. इसके बाद रागिनी मिश्रा के नाम से बात करने वाले जालसाज ने व्हाट्सएप पर उसे बातचीत शुरू की.

जालसाज ने महिला से कहा कि उसने 10,000 रुपये की पेमेंट कर दी है. लेकिन जब महिला ने बताया कि उसे पेमेंट नहीं मिली तो जालसाज ने उसे पेटीएम लिंक भेजा और कहा कि पेमेंट प्राप्त करने के लिए इस पर क्लिक करे.कैसे महिला को लगाया चूना? ऑनलाइन ठगी का शिकार हुई महिला ने जब ये लिंक खोजा तो पेमेंट की जगह उसके अकाउंट से 10 हजार रुपये कट गए. जब उसने जालसाज को बताया कि उसने कहा कि ये गलती की वजह से हुआ और पैसे वापस पाने के लिए वो एक और पेटीएम लिंक पर क्लिक करे, जो उसने उसे दोबारा भेजा है. इस बार लिंक खोलने पर दोबारा उसके अकाउंट से 10 हजार रुपये कट गए. इस तरह जालसाज ने उसके खाते से 1,38,894 रुपये निकाल लिए. इसके बाद महिला को फोन करने वाले पर शक हुआ और उसने नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. जिस महिला के साथ धोखाधड़ी हुई है, वो पश्चिम विहार, दिल्ली की रहने वाली है,

कैसे हुआ ऑनलाइन ठगी के गिरोह का भंडाफोड़

मामले की गंभीरता को समझते हुए महिला की शिकायत पर साइबर पुलिस स्टेशन आउटर में आईपीसी की धारा 420/120बी/34 के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी. इसके साथ ही एक टीम का गठन किया गया. जांच के दौरान, कथित नंबरों से जुड़े सभी सीडीआर, बैंक खातों से जुड़े मोबाइल नंबरों और आईपीडीआर की निगरानी की गई, जिससे धोखाधड़ी के पैसे प्राप्त करने के लिए इस्तेमाल किए गए बैंक खातों का संचालन करने वाले आरोपी व्यक्ति का पता लगाया गया.

ग्रेजुएशन ड्रॉपआउट है पकड़ा गया अजरुद्दीन

इसके बाद पुलिस ने ट्रैप लगाकर बिसरू, जिला नूंह हरियाणा के रहने वाले अजरुद्दीन नाम के शख्स को धर दबोचा. पकड़ा गया आरोपी अजरुद्दीन ग्रेजुएशन ड्रॉपआउट है. वो नेशनल स्तर का पहलवान रह चुका है. उनके पिता हिंद केसरी थे. लगभग एक साल पहले, उसकी मुलाकात ऐसे लोगों से हुई जो लोगों से ऑनलाइन धोखाधड़ी करते थे और उन्हें ऐसे और लोगों की जरूरत थी जो अपने बैंक खातों में ठगी गई रकम ले सकें और उन्हें ठगी गई रकम सुरक्षित रूप से मुहैया करा सकें. इसके बाद आरोपी अजरुद्दीन ने ठगी के पैसे के 10 फीसदी कमीशन पर उनके साथ काम करना शुरू कर दिया.

अजरुद्दीन के लिए बड़े खुलासे

आरोपी ने खुलासा किया कि वो एक बार में 20 से 50 हजार रुपये का भुगतान करके लोगों के बैंक खातों की डिटेल खरीदता था. और फिर उन बैंक खातों का डिटेल भरतपुर के मेवात में ऑनलाइन धोखाधड़ी करने वालों को को देता था. इसके बदले वो अपना 10 फीसदी कमीशन काट लेता था और ठगे गए पैसे का 90 फीसदी अमाउंट उन धोखेबाजों को पहुंचा देता था जो ओएलएक्स, फेसबुक मार्केटप्लेस और अन्य जैसी वेबसाइटों पर सामान के खरीदार या विक्रेता और सेना अधिकारी बनकर लोगों को ऑनलाइन धोखा देते थे. आरोपी के पास से पुलिस ने 1,62,000 रुपए ,5 स्मार्ट फोन ,1 बेसिक फ़ोन ,4 डेबिट कार्ड , 4 चेक बुक, 2 स्वाइप मशीनें बरामद की है.


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