वक्फ़ बोर्ड की जमीन बता कर गांव के ही कुछ लोग जमीन पर करना चाहते हैं अवैध कब्जा

By: Imran Choudhray
10/27/2024 9:52:32 AM
मुजफ्फरनगर 

अवैध रूप से खतौली कोतवाली क्षेत्र के ग्राम शेखपुरा परगाना में जमीन पर कुछ दबंगों द्वारा कब्जा करने के चलते तथा उक्त जमीन को वक्फ़ बोर्ड की बताकर जमीन मालिक के विरुद्ध सिविल कोर्ट में केस दर्ज कर गुमराह करने वाले लोगों के विरुद्ध पीड़ित विभूति गुप्ता ने जिलाधिकारी एवं खतौली कोतवाली में शिकायती पत्र देकर इंसाफ की गुहार लगाई। बताया गया है कि ग्राम शेखपुरा परगाना तहसील खतौली जनपद मुजफ्फरनगर में स्थित खसरा संख्या नंबर 19 का पीड़ित सह् खातेदार है। यही नहीं उक्त जमीन पर पीड़ित कई वर्षों से काबीज है।बताया गया है कि अपनी जरूरत के चलते जब पीड़ित ने अपनी जमीन को बेचने का प्रयास किया तो गांव के ही सबाना फातिमा, जेबा व नीलम जैदी पुत्री अली मसूद तथा शोएब जैदी पुत्र तनवीर उर्फ परवेज निवासी अंसारी रोड निकट बड़ौदा बैंक मुजफ्फरनगर प्रार्थी की भूमि पर कब्जा जमाने के उद्देश्य से लग गए तथा अवैध वसूली की भी पीड़ित से मांग करने लगे। यही नहीं जमीन को वक् बोर्ड की बात कर पीड़ित के विरुद्ध कोर्ट में भी मामला तैयार कर उसे उलझा दिया। जिसके चलते पीड़ित ने जिला अधिकारी के दरबार में जाकर जहां आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही एवं जमीन की निष्पक्ष जांच को लेकर गुहार लगाई।वही कोतवाली खतौली में आरोपियों के विरुद्ध शिकायती पत्र देकर कानूनी कार्यवाही की मांग की।

खतौली कोतवाली क्षेत्र के शेखपुरा गांव में जमीन पर अवैध रूप से कब्जा जमाने की फिराक में लगे लोगों के विरुद्ध पीड़ित ने दिया जिलाधिकारी एवं पुलिस थाने में शिकायती पत्र

शिकायती पत्र में पीड़ित ने बताया कि कई बार आरोपी शबाना फातिमा आदि को उन्होंने समझने का प्रयास किया तो आरोपियों ने पीड़ित से कइ करोड़ रुपए की मांग कर डाली। यही नहीं उनके विरुद्ध झूठ प्रार्थना पत्र देकर जेल भिजवाने की धमकी देने लगे। पीड़ित विभूति गुप्ता पुत्र देवेंद्र कुमार गुप्ता निवासी मौका बिहार निकट डीएफसी बैंक जानसठ रोड मुजफ्फरनगर ने आरोपियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही एवं मानहानि का मुकदमा करने की मांग की। जिसके चलते क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चा व्याप्त होने लगी। पीड़ित ने आप तो यहां तक लगाया कि आरोपियों ने उनके विरुद्ध षडयंत्र रचकर फर्जी शिकायती पत्रों के आधार पर मीडिया में भी इस मामले को छाप् वाने का प्रयास किया। जबकि पीड़ित ने बताया कि आरोपियों पर जमीन को लेकर उनके पास कोई भी ऐसे दस्तावेज नहीं है जिससे मैं यह दर्शा सके की जमीन पर उनका हक है या जमीन वक् बोर्ड के अधीन है इस मामले को लेकर जिलाधिकारी को दिए गए पत्र में जांच की मांग की थी। पीड़ित द्वारा अपने दस्तावेजों के आधार पर बताया गया है कि जिलाधिकारी द्वारा अपने अधीनस्थ अधिकारियों से कराई गई जांच में इस जमीन का वक् बोर्ड से कोई लेना-देना नहीं है।


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