डीएफपीसीएल समूह की कंपनी पीसीएल व पेट्रोनेट एलएनजी के बीच रीगैसिफिकेशन समझौता

By: Dilip Kumar
7/11/2025 8:26:13 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। परफॉर्मेंस केमिसर्व लिमिटेड (पीसीएल) व पेट्रोनेट एलएनजी लिमिटेड (पीएलएल) ने 5.5 साल के लिए (मई – जुलाई 2026 के बीच से शुरू होकर 31 दिसंबर 2031 को समाप्त होगा) एलएनजी रीगैसिफिकेशन (पुन:गैसीकरण) हेतु समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत डीएफपीसीएल समूह द्वारा आयात की जाने वाली तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) का रीगैसिफिकेशन होगा। पीसीएल दीपक माइनिंग सॉल्यूशंस लिमिटेड (डीएमएसएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है और डीएमएसएल स्वयं दीपक फर्टिलाइजर्स एंड पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड (डीएफपीसीएल) की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई है।

समझौते की शर्तों के तहत, पीएलएल अपने दाहेज टर्मिनल पर कैलेंडर वर्ष 2026 में प्रारंभिक रैंप-अप अवधि के बाद, प्रतिवर्ष लगभग 25.6 टीबीटीयू एलएनजी प्राप्त करेगा, भंडारण करेगा और रीगैसिफिकेशन करेगा। इस समझौते के चलते पीएलएल को करीब 1,200 करोड़ के राजस्व का अनुमान है, जिसमें अनुबंध अवधि के दौरान 20 फीसदी तक अतिरिक्त राजस्व अर्जित करने की संभावना भी है। रीगैसिफाइड गैस का उपयोग मुख्य रूप से तलोजा स्थित डीएफपीसीएल समूह की विनिर्माण इकाइयों में किया जाएगा। यह समझौता से ऊर्जा एवं अवसंरचना क्षेत्र की कंपनी पीएलएल के दीर्घकालिक व्यवसायिक क्षितिज के विस्तार को और सुदृढ़ करता है।

वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान पीएलएल ने अपने दो टर्मिनलों के माध्यम से लगभग 18 एमएमटीपीए एलएनजी का संचालन किया, जिसमें दाहेज टर्मिनल न केवल प्रमुख केंद्र रहा बल्कि वैश्विक स्तर पर सबसे व्यस्त रीगैसिफिकेशन टर्मिनलों में से एक है। इससे पहले, डीएफपीसीएल ने नॉर्वे स्थित वैश्विक ऊर्जा कंपनी इक्विनोर के साथ एलएनजी बिक्री और खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। अब पीएलएल और डीएफपीसीएल समूह की कंपनी पीसीएल के बीच रीगैसिफिकेशन समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं। पीसीएल प्राकृतिक गैस के माध्यम से के उर्वरकों और औद्योगिक रसायनों के उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

इन समझौतों के माध्यम से डीएफपीसीएल समूह ने प्राकृतिक गैस से लेकर अमोनिया, फिर आगे नाइट्रिक एसिड जैसी बिल्डिंग ब्लॉक्स और विविधीकृत एनपीएके उर्वरकों, औद्योगिक रसायनों और खनन रसायनों तक पूरी वैल्यू चेन में अपनी रणनीतिक स्थिति को और सुदृढ़ किया है। यह रीगैसिफिकेशन समझौता 10 जुलाई 2025 को पीएलएल के नई दिल्ली स्थित कॉर्पोरेट कार्यालय में हुआ। इस अवसर पर पीएलएल के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी एके सिंह तथा डीएफपीसीएल एवं पीसीएल के चेयरमैन शैलेश सी. मेहता उपस्थित थे।

इस दौरान डीएफपीसीएल के डीएफपीसीएल के सीएमडी शैलेश सी. मेहता ने कहा, “यह समझौता प्राकृतिक गैस से लेकर वैल्यू-ऐडेड डाउनस्ट्रीम उत्पादों तक एक मजबूत, भरोसेमंद और कुशल आपूर्ति श्रृंखला बनाने के हमारे दीर्घकालिक दृष्टिकोण में एक प्रमुख मील का पत्थर है। इससे हमारी परिचालन दक्षता में सुधार होगा तथा लागत प्रभावी प्राकृतिक गैस, विशेषकर हमारे अमोनिया और संबंधित उत्पाद लाइनों के लिए, तक निरंतर पहुंच सुनिश्चित करके हमारी प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को सशक्त करेगा। यह एकीकृत दृष्टिकोण, अनुकूलित और विशिष्ट समाधानों की ओर अग्रसर हमारी आगे की रणनीति के लिए एक ठोस और कम जोखिम वाला आधार तैयार करता है। हमारा मानना है कि साझेदारी ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करके, लागत दक्षता में सुधार और आपूर्ति में स्थिरता सुनिश्चित करके दीर्घकालिक मूल्य निर्माण करेगा, जिससे भारत के औद्योगिक और कृषि विकास को गति देने में डीएफपीसीएल की महत्वपूर्ण भूमिका को और मजबूती मिलेगी।”

पीएलएल के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ ए. के. सिंह ने कहा, “हम अपने मूल्यवान भागीदारों के बढ़ते पोर्टफोलियो में डीएफपीसीएल का स्वागत करते हैं। इस तरह के सहयोग से न केवल हमारी विस्तारित रीगैसिफिकेशन क्षमता का उपयोग बढ़ेगा, बल्कि राष्ट्र की ऊर्जा सुरक्षा और औद्योगिक विकास में भी सार्थक योगदान होगा। यह समझौता पीएलएल की एक प्रमुख ऊर्जा एवं अवसंरचना प्रदाता की स्थिति को और सुदृढ़ करता है और भारत की ऊर्जा टोकरी में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी बढ़ाने के भारत सरकार के दृष्टिकोण को समर्थन प्रदान करता है।”


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