प्रांतीय खो-खो प्रतियोगिता : स्वस्थ शरीर, उज्ज्वल भविष्य की ओर कदम
By: Dilip Kumar
9/2/2025 6:16:51 PM
राजपाल सिंह आर्य की रिपोट। श्री शांति देवी कल्याण दास सरस्वती विद्या मंदिर सीनियर सेकेंडरी स्कूल छर्रा में 6 से 8 सितंबर तक प्रांतीय खो-खो प्रतियोगिता का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस अवसर पर मंगलवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित प्रेस वार्ता में विद्यालय के प्रधानाचार्य बालकिशन अग्रवाल ने जानकारी दी कि यह प्रतियोगिता विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान की योजना के अंतर्गत ब्रज प्रांत के 12 जिलों के अंतर्गत संचालित विद्यालयों के बीच आयोजित हो रही है। इस प्रतियोगिता में कुल 336 छात्र-छात्राएँ प्रतिभाग करेंगे।
प्रधानाचार्य ने अपने संबोधन में कहा कि विद्या भारती का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं है, बल्कि बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है। खेलकूद न केवल शारीरिक स्फूर्ति प्रदान करते हैं, बल्कि मानसिक एकाग्रता, टीम भावना, नेतृत्व क्षमता और अनुशासन के गुणों का भी विकास करते हैं। उन्होंने कहा कि तन स्वस्थ तो मन स्वस्थ, मन स्वस्थ तो जीवन सफल।
प्रतियोगिता का उद्घाटन समारोह
यह प्रतियोगिता 6 सितंबर को सायं 5:00 बजे भव्य उद्घाटन समारोह के साथ प्रारंभ होगी। उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि छर्रा विधानसभा के लोकप्रिय विधायक ठाकुर रविंद्र पाल सिंह होंगे। इस अवसर पर छर्रा नगर पंचायत की अध्यक्ष सपना गुप्ता एवं उनके प्रतिनिधि लाल महाजन विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती ब्रज प्रांत के प्रांत संगठन मंत्री हरिशंकर होंगे, जो शारीरिक शिक्षा एवं खेलकूद की महत्ता पर प्रकाश डालेंगे।
प्रेस वार्ता की विशेष झलकियाँ
प्रेस वार्ता में विद्यालय के प्रबंधक राकेश गर्ग, कोषाध्यक्ष विपुल गुप्ता, उपाध्यक्ष सुभाष अग्रवाल, व्यवस्था प्रमुख पुष्पेंद्र कुमार चतुर्वेदी तथा प्रतियोगिता प्रमुख यादवेंद्र प्रताप सिंह एवं श्याम सुंदर सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहे। विद्यालय के अध्यक्ष राजीव बंसल ने सभी खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और विद्यालय परिवार को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि
खेलों से जीवन में अनुशासन, परिश्रम और एकता की भावना जागृत होती है। हम सबको विश्वास है कि यह प्रतियोगिता सभी प्रतिभागियों के लिए प्रेरणास्रोत बनेगी।
स्वस्थ शरीर – स्वस्थ मस्तिष्क का आधार
प्रधानाचार्य बालकिशन अग्रवाल ने अपने विचार रखते हुए कहा कि खेलकूद जीवन का अभिन्न अंग हैं। परीक्षा के दबाव और जीवन की चुनौतियों से जूझने के लिए स्वस्थ शरीर का होना अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर उन्होंने एक प्रेरक दोहा भी प्रस्तुत किया –
"जब तन हो बलवान, मन भी उजियारा होय।
जीवन पथ पर बढ़तियाँ, सफलता प्यारा होय॥"
उन्होंने आगे कहा कि इस प्रतियोगिता से विद्यार्थियों में खेल भावना का विकास होगा और भविष्य में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वे अपना व विद्यालय का नाम रोशन करेंगे।
खेलों का महत्व और विद्या भारती का दृष्टिकोण
विद्या भारती का मानना है कि शिक्षा केवल पुस्तकीय ज्ञान तक सीमित नहीं होनी चाहिए। बच्चों के व्यक्तित्व विकास, शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक संतुलन के लिए खेलकूद आवश्यक हैं। आज के समय में जब युवा वर्ग मोबाइल और तकनीक की ओर अधिक झुकाव रखता है, तब इस प्रकार की प्रतियोगिताएँ उन्हें स्वस्थ और सशक्त जीवनशैली की ओर प्रेरित करती हैं।
आयोजन की विशेष तैयारी
विद्यालय प्रशासन ने प्रतियोगिता की तैयारियाँ जोर-शोर से शुरू कर दी हैं। प्रतिभागियों के लिए भोजन, आवास और खेल मैदान की उचित व्यवस्था की गई है। विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक और कर्मचारी प्रतियोगिता की सफलता हेतु तत्परता से जुटे हुए हैं। विद्यालय परिवार का विश्वास है कि यह आयोजन न केवल खिलाड़ियों के कौशल को निखारेगा, बल्कि समाज में खेलों के महत्व के प्रति नई चेतना का संचार करेगा।
“खेलें-कूदें, स्वस्थ रहें – यही है जीवन का सच्चा सुख।”