"तुम्हारी याद आएगी", ओल्ड मेलोड़ी सांग की रंगा रंग एक शाम

By: Dilip Kumar
4/7/2025 4:17:22 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। सुरीला संगीत वो दवा हैं जहाँ सुनने वालों के साथ वहाँ के वातावरण क़ो भी सांगितमय बना देता हैं. ऐसा ही ओल्ड मेलोड़ी गानों की रंगारंग शाम हुई एयर फ़ोर्स ऑडिटोरियम सुब्रोता पार्क धोला कुआ मे। जिसमे सैकड़ो सुनने वालो क़ो मन्त्र मुग्ध कर दिया। सैन स्टार स्टूडियो प्राइवेट लिमिटेड (ओटीटी ) के द्वारा आयोजित ओल्ड लीजैड गानों की एक संगीत मय शाम के आयोजक अरुण खेमानीऔर मुकेश गुप्ता नें बताया कि हमारा मकसद सिर्फ हमारे साथ जो भी किसी भी कारण से जुड़े हैं उनको साल मे एक बार ऐसे मंच से वह मनोरंजन के साथ गेट टू गेदर भी हो, सभी परिवार के साथ आते हैं, और अपनी सभी परेशानियों क़ो भूल कर कुछ पल पुराने संगीत की धूनो मे खो जाते हैं, खेमानी नें पुराने दिनों क़ो याद करतें हुये राज कपूर के साथ हुये किस्से क़ो याद किया और उनकी कला,संगीत से प्रेम, फिल्मकन के सुखन्द अनुभव की विस्तार से चर्चा कर उनके गानों क़ो सदा बहार गीत बताया।

कार्यकर्म क़ो रंगा रंग बनाया "डो रे मी" म्यूजिक ग्रुप ने,संचालक करुणेश शर्मा, वहीं सतीश पोपली द्वारा निर्देशित कार्यकाम मे स्व. मोहम्मद रफ़ी, किशोर कुमार, मुकेश कुमार, बेगम अख्तर, लता मंगेशकर के गाये गानो नें लोगो क़ो रोमांचित कर दिया."जहाँ डाल डाल पर सोने की चिड़िया करतीं हैं बसेरा" से शरुआत हुई,उड़े जब जब जुल्फे तेरी, ए मुहब्बत जिंदाबाद,जिस देश मे गंगा बेहती हैं,राम तीरथ द्वारा गये सुरीली आवाज ने मदमस्त कर दिया,तुम्हारी याद आएगी,उड़े जब जब जुल्फे तेरी,रसिक बलमा हाय, पर्दा हैं पर्दा,भूले बिसरे गीतों मे कपूर खानदान की चौथी पीढ़ी के गीतों नें भी शमा बांध दिया,जसवीन्द्र परमार, मुकेश की आवाज बने, अनीता पाठक रश्मि,कई बेहतरीन आवाज़ के जादूगारो ने गाने गाये, वहीं कई सदा बहार फिल्मे जिसमे श्री 420,मुगल आजम, पाकीजा, मदर इंडिया,कई बेहतरीन पुरानी फिल्मो के संगीत और गाने सुन कर शाम रंगीन हो गई।


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