पार्टी नेताओं के खिलाफ बयानबाज़ी करने वाले पहले अपनी पीढ़ी के नीचे छड़ी घुमा लें: जतिंदर सिंह
By: Dilip Kumar
4/21/2025 11:10:41 AM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य और शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के सीनियर नेता सरदार जतिंदर सिंह सोनू ने कहा कि जो लोग बार-बार अपने निजी हितों के लिए पार्टी की पीठ में छुरा घोंपते रहे हैं, वही आज हर मुश्किल और आसान वक्त में पंथक हितों के लिए सरकारों से टकराने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ किस मुंह से बयानबाज़ी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अक्सर पार्टी में कुछ मुद्दों को लेकर गलतफहमियां या मतभेद होते रहते हैं, लेकिन आपसी संवाद से इन मतभेदों को दूर कर पार्टी की मजबूती बरकरार रखी जा सकती है। लेकिन जो लोग मीडिया में जाकर पार्टी और इसके नेताओं के खिलाफ बेवजह बयानबाज़ी करने लगते हैं, इसका साफ मतलब यह है कि अब उनका पार्टी से मन भर चुका है और वे अपने निजी व राजनीतिक स्वार्थों के लिए किसी और पार्टी का दरवाज़ा खटखटाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इन नेताओं की ओर से दिल्ली इकाई के प्रमुखों के खिलाफ की गई बेवजह बयानबाज़ी से यह भी स्पष्ट हो गया है कि ये अपने राजनीतिक और निजी स्वार्थों को पूरा करने के लिए अपने ‘तार’ कहीं और जोड़ चुके हैं या जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए ये लोग सीधे या परोक्ष रूप से विरोधियों के इशारे पर पार्टी को कमजोर करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। जतिंदर सिंह सोनू ने कहा कि जो लोग दावा करते हैं कि वे हमेशा अकाली दल के वफादार सिपाही रहे हैं, उन्हें याद दिलाना चाहता हूँ कि कुछ समय पहले ही राजनीतिक स्वार्थ के तहत यानी MCD का टिकट लेने के लिए इन्होंने अकाली दल छोड़कर आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया था।
इन लोगों को सार्वजनिक रूप से बताना चाहिए कि आम आदमी पार्टी में शामिल होते समय इनकी अकाली दल से वफादारी कहाँ चली गई थी? फिर जब आम आदमी पार्टी से टिकट नहीं मिला तो ये दोबारा अकाली दल में लौट आए और खुद को वफादार सिपाही बताने लगे। और बीती दिल्ली विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उम्मीदवार का खुलकर समर्थन करने वाले बताएं कि अकाली दल का वफादार सिपाही किस तरह कांग्रेस की मदद कर सकता है?