सामाजिक कार्यकर्ता परिषद द्वारा 1000 जरूरतमंद छात्रों को निशुल्क स्टेशनरी वितरण
By: Dilip Kumar
5/12/2025 12:00:47 AM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। समाज सेवा के क्षेत्र में एक नई मिसाल कायम करते हुए, सामाजिक कार्यकर्ता परिषद (पंजीकृत) ने अपने 60वें स्थापना वर्ष के अवसर पर दिल्ली के जैन भवन, गोल मार्केट में एक भव्य छात्र सहायता समारोह का आयोजन किया। इस आयोजन में 1000 जरूरतमंद छात्रों को निशुल्क स्टेशनरी सामग्री वितरित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्था के वरिष्ठ पदाधिकारी विपिन आनंद प्रकाश जैन ने बताया कि "1965 में स्थापित इस संस्था की नींव कुछ सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बच्चों की शैक्षिक जरूरतों को देखते हुए रखी थी। नई-पुरानी किताबें इकट्ठा कर जरूरतमंद छात्रों तक पहुंचाने की इस पहल ने अब एक विशाल रूप ले लिया है।" कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए कहा, "इन बच्चों की आंखों में झलकता आत्मविश्वास ही समाज के उज्ज्वल भविष्य की गवाही देता है।"
कार्यक्रम में उनके साथ मंच पर प्रियंका जैन और कुलपति प्रो. अशोक कुमार नागावत भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अशोक नरूला (Fly Rail), हेमन्त चौरसिया, राजीव जैन (IIS) और राहुल जैन (संदीप वेलफेयर ट्रस्ट) , प्रेम सिंघल स्शथापक तथा मार्गदर्शक, विजय जैन चेयरमैन आल इंडिया स्थानकवाशि जैन कॉन्फ्रेंस जैसे प्रमुख समाजसेवियों ने भी अपनी प्रेरक उपस्थिति दर्ज कराई और संस्था के अथक प्रयासों की सराहना की। संस्था के सचिव प्रकाश चन्द्र जैन ने विगत वर्षों में संस्था द्वारा किए गए कार्यों का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया, वहीं उपप्रधान नवीन आनंद प्रकाश जैन ने भविष्य की योजनाओं की जानकारी दी—जिनमें स्वास्थ्य जांच शिविर, आंखों के चश्मे बनवाकर वितरण करना, बालिकाओं को सेनेटरी पैड वितरण, सर्दियों में कंबल वितरण जैसी समाजोपयोगी गतिविधियाँ शामिल हैं।
www.ngoskp.com के माध्यम से संस्था अब डिजिटल रूप से भी समाज के साथ जुड़ रही है, जिससे लोग न केवल इनके कार्यों की जानकारी ले सकें, बल्कि ऑनलाइन माध्यम से दान कर सहयोग भी कर सकें। कार्यक्रम के अंत में जब बच्चों को स्टेशनरी प्रदान की गई, तो हर चेहरे पर मुस्कान और आंखों में सपनों की चमक दिखाई दी—जैसे उनके भविष्य को एक नई दिशा मिल गई हो। 60 वर्षों की इस सेवा यात्रा ने यह सिद्ध कर दिया है कि जब इरादे नेक हों, तो समाज बदलने के लिए केवल एक शुरुआत ही काफी होती है। सामाजिक कार्यकर्ता परिषद का यह आयोजन केवल सहायता नहीं, एक आंदोलन का रूप ले चुका है—जो आने वाले वर्षों में और भी ऊंचाइयों को छूने को तैयार है।