अनियमित पीरिड्स से परेशान, तो अपनाइयें घरेलू नुस्खों

By: Dilip Kumar
2/19/2018 10:14:22 PM
नई दिल्ली

 अकसर कहा जाता है कि टेंशन और स्ट्रेस एक ऐसा दीमक है, जो शरीर को धीरे-धीरे खोखला करता जाता है। ऐसे में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा स्ट्रेस और टेंशन में देखा जाता है। महिलाएं चाहकर भी खुद को इससे दूर नहीं कर पाती हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्ट्रेस का सबसे ज्यादा असर महिलाओं के पीरियड्स पर पड़ता है। अनियमित पीरियड्स लगभग हर महिला की परेशानी है। लेकिन इनसे निपटने के लिए आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं, बल्कि कुछ घरेलू उपायों से भी इन्हें दूर किया जा सकता है।

दालचीनी- अनियमित पीरियड्स को नियमित करने के लिए एलोपैथिक दवाओं की ओर रुख करने से अच्छा है अपनी किचन में ही इसका इलाज ढूंढा जाए। डायटिशियन अनिता लांबा बताती हैं कि रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री से ही पीरियड्स को नियमित किया जा सकता है। किचन में रखी दालचीनी इसमें रामबाण साबित हो सकती है। पीरियड्स को रेगुलर करने के साथ-साथ इस दौरान होने वाले दर्द से भी बचाने में लाभदायक है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद हाइड्रोऑक्सिचलकोन पीरियड्स के दौरान इन्सुलिन के स्तर को बनाए रखता है।

यूं करें शामिल- आधा चम्मच ताजा पीसी दालचीनी एक गिलास दूध में मिलाएं और इसे नियमित रूप से अपने रूटीन में शामिल करें। अगर आप दूध में डालकर नहीं पी सकते, तो इसे कई दूसरे तरीकों से भी शामिल किया जा सकता है। जैसे- चाय, खाने में ऊपर से डालकर या इसकी लकड़ी को चबा कर अपना रूटीन बना सकते हैं।

अदरक या सूखा अदरक (सौंठ)- सौंठ या सूखा अदरक भी पीरियड्स को नियमित करने में सहायक माना जाता है। यह पीरियड्स के फ्लो को सही करने और दर्द को कम करने में लाभदायक होती है। आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं या फिर इसका जूस पी सकते हैं। दोनों ही उपाय आपके पीरियड्स समय पर लाने में मदद करेंगे। आप अदरक चाय में डालकर भी अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं।

यूं करें शामिल- अदरक को कद्दूकस करके उसे स्टील के बाउल में रखें। उसमें थोड़ा-सा पानी डालकर गैस पर रखें। इसमें थोड़ी चीनी डालकर पांच मिनट बाद गैस बंद कर दें। गर्मा-गर्म पीएं और ऐसा नियमित रूप से करें।

कच्चा पपीता- स्ट्रेस और मोनोपोस के कारण पीरियड्स में होने वाली अनियमितता को दूर करने का रामबाण इलाज कच्चा पपीता है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व जैसे आयरन, कौरोटीन, कौल्शियम, विटामिन ए और सी गर्भाश्य की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को फाइबर पहुंचाने का काम करते हैं। कुछ महीने तक कच्चा पपीता खाएं या उसका जूस पीएं और खुद देखें कच्चे पपीते का जादू।

यूं करें शामिल- पीरियड्स आने से कुछ दिन पहले, कच्चा पपीता खाना शुरू कर दे्ं। एक बाउल में पपीते के छोटे टुकड़े काट लें। इसके ऊपर एक चम्मच दही डालें और ब्रेकफास्ट में शामिल करें। कोशिश करें कि इसे नियमित तौर पर ब्रेकफास्ट स्नैक की तरह लें।

चकूंदर- डायटिशियन अनिता लांबा का कहना है कि चकूंदर में कई जरूरी पोषक तत्व और आयरन, फॉलिक एसिड आदि पाए जाते हैं, जो अनियमित मासिक धर्म को नियमित करने में कारगर साबित होते हैं। यह हार्मोन्स के संतुलन को सही करने में मदद करते हैं, इसलिए कोशिश करें की नियमित रूप से चंकूदर आपकी डाइट में शामिल हो सके।

यूं करें शामिल- चकूंदर सेहत और पीरियड्स दोनों के लिए बेस्ट माना जाता है। आप इसे कई तरीकों से अपने रूटीन में शामिल कर सकते हैं। सलाद, सब्जी या इसका जूस निकाल कर पी सकते हैं। साथ ही, दही में चकूंदर को कद्दूकस करके भी डाल सकते हैं।


comments