पर्यावरण संरक्षण के लिए कूड़े को संरक्षित करने के लिए जागरूकता जरुरी

By: Dilip Kumar
5/2/2022 4:31:57 PM

नई दिल्ली (बंसी लाल)। बढ़ते प्रदूषण का एक मुख्य कारण कूड़े का सही प्रबंधन न होना भी है,अगर सभी प्रकार के कूड़ो को स्रोतों पर हीअलग -अलग तरीके से इक्कठा कर वेस्ट को ज्यादा से ज्यादा आनसाइट ट्रीटमेंट कर रिकवर किया जा सकता है। यह कहना था मुख्य अतिथि सुभाष दयाल,जीएमडीए के एडिशनल सीईओ व आईएफएस का । इंडियन पालुएशन कंट्रोल एसोसियेशन,(आईपीसीए )और स्वर्णलता मदरसन ट्रस्ट ने शनिवार को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में समारोह आयोजित किया जिसमे ट्रस्ट और संस्था के साथ आरडब्ल्यए, एनजीओ, तथा पलूशन कंट्रोल व पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाली सस्थाओ ने भाग लिया वही अपनी उपलब्धियां बताई।

प्रोजेक्ट में सहयोग देने वाले नागरिकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया स्वर्णलता मदरसन ट्रस्ट की मैनेजर प्रिया कालिया,अति. निदेशक( रिट)डा एस के निगम,आईपीसीए की डिप्टी डायरेक्टर डा राधा गोयल भी उपस्थित रहे। इंडियन पलूशन कंट्रोल एसोसियेशन और स्वर्ण लता मदरसन ट्रस्ट ने सयुक्त रूप से इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में रखे समारोह में सिग्रोगेशन आफ आर्गेनिक वेस्ट फॉर इट्स रिसाइकलिंग एंड ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट के तीसरे चरण का समापन किया गया था।

सेमिनार में नोएडा से आई अंजली प्रकाश ने बताया की हमने संस्था के साथ मिलकर बहुत लाभ लिया, कूड़े का प्रबंधन और प्लास्टिक रिसाइकलिंग से होने वाले फायदे की भी जानकारी मिली उन्होंने बताया की लोगो में जागरूकता की भारी कमी है। दिल्ली एनसीआर में 56जगहों पर प्रोजेक्ट चल रहा है,करीब ,62 हजार लोगो में बदलाओ आया है, वहीं करीब1.86 हजार किलो वेस्ट को ट्रीट कर 67,680किलो जैविक खाद व 10हजार किलो लिक्विड का खाद उत्पादन किया गया है।


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