अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी दिवस पर लॉन्च किया गया अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी फोरम

By: Dilip Kumar
11/19/2022 9:08:04 PM

नई दिल्ली से बंसी लाल की रिपोर्ट। लोगों के बीच भविष्य का आकलन करने वाले प्राचीन विज्ञान न्यूमरोलॉजी के लाभ के प्रति जारूकता लाने के लिए 18 नवंबर को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी दिवस के दूसरे संस्करण का आज आयोजन किया गया। अंतर्राष्ट्रीय अंक ज्योतिष दिवस (IND) कार्यक्रम में डॉ. जे.सी. चौधरी का जन्मदिन को भी मनाया गया। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी फोरम की पहली मीट भी आयोजित की गयी जिससे 13 वैश्विक स्तर पर प्रतिष्ठित न्यूमरोलॉजिस्ट ने हिस्सा लिया और कई अन्य न्यूमरोलॉजिस्ट ऑनलाइन माध्यमों से भी जुड़े।

इस दौरान संबोधित करने वाले न्यूमरोलॉजिस्ट में भारत के डॉ. जे. सी. चौधरी, भारत के श्री मुदीगोंडा गोपीकृष्णा, यूएई के परी सागर, भारत के अमरीश सक्सेना, अमेरिका के माइकल वेस्ट, भारत के अभिनंदन कुमार, भारत के गोविंद वेदप्रकाश शांडिल्य, भारत की दीपा बजाज, ऑस्ट्रेलिया की तमीरा, भारत के प्रदीप सिंगला, ऑस्ट्रेलिया की एलिसन रोज, अमेरिका की कैथी बर्नस्टीन और भारत की अंकिता सिंगला भी शामिल रहे। कार्यक्रम को आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एवं सह-प्रवर्तक आकाश चौधरी और आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. आशीष चौधरी ने भी संबोधित किया।

न्यूमरोलॉजी के सैकड़ों प्रशंसकों, और पेशेवरों ने व्यक्तिगत रूप से और ऑनलाइन माध्यम से इस कार्यक्रम में भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान डॉ. चौधरी पर एक शॉर्ट फिल्म भी दिखाई गई। 18 नवंबर डॉ. चौधरी का जन्मदिन भी है। इस मौके पर केक भी काटा गया। लाइट एंड साउंड शो ने सभी प्रतिभागियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी दिवस के बारे में बात करते हुए डॉ. जे.सी. चौधरी ने कहा, “यह अहम है कि हम न्यूमरोलॉजी विज्ञान के लिए एक विशेष दिन समर्पित करें। यह ग्रीस में जन्मा अनोखा, दिलचस्प और भविष्य का आकलन करने वाला विज्ञान है।

न्यूमरोलॉजी के सम्मान में एक अंतरराष्ट्रीय दिवस होने से अधिक से अधिक लोगों को यह समझने में मदद मिलेगी कि न्यूमरोलॉजी कैसे काम करती है, संख्याओं का उनके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है और जीवन के हर क्षेत्र में न्यूमरोलॉजी कैसे काम आ सकती है। न्यूमरोलॉजी को समझना बहुत आसान है। इसमें गणना करने के लिए केवल दो चीजों की आवश्यकता होती है: व्यक्ति का नाम और व्यक्ति की सही जन्म तिथि। कोई भी इसे सीख सकता है और जीवन में सभी व्यावहारिक परिस्थितियों में बेहतर निर्णय लेने के लिए इसका उपयोग कर सकता है, जैसे व्यापार में निवेश करना, दोस्तों का चयन करना और संपत्ति खरीदना आदि। समय के साथ न्यूमरोलॉजी को जानने वाला एक समझ विकसित कर लेता है, जिससे उसे वह दिख सकता है, जो अन्य लोगों को नहीं दिखता है।”

डॉ. चौधरी 18 नवंबर को अपना जन्मदिन मनाते हैं, क्योंकि न्यूमरोलॉजी से ही उन्हें पता चला था कि उनकी वास्तविक जन्मतिथि यह है। अंतरराष्ट्रीय न्यूमरोलॉजी दिवस का पहला संस्करण 2021 में आयोजित किया गया था और इसकी अध्यक्षता संयुक्त राष्ट्र के इंटरनेट गवर्नेंस फोरम के अध्यक्ष श्री राजेंद्र प्रताप गुप्ता ने की थी। इस कार्यक्रम में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूमरोलॉजी की स्थापना की योजना सामने लाई गई थी। यह एक ऐसा संस्थान होगा जो आधुनिक विज्ञान के साथ न्यूमरोलॉजी को एकीकृत करने का प्रयास करेगा और वैज्ञानिक तरीकों के जानकार न्यूमरोलॉजिस्ट तैयार करेगा।

इंटरनेशनल न्यूमरोलॉजी फोरम के शुभारंभ पर डॉ. चौधरी ने कहा, "इस वैश्विक पहल से न्यूमरोलॉजी में मानकीकरण हो सकेगा और इस प्राचीन ज्ञान की विभिन्न धाराओं को एक साथ लाया जा सकेगा। यह फोरम लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले अंकों के बारे में अनुभवजन्य एवं प्रयोगों के आधार पर प्रमाणित साक्ष्यों के माध्यम से न्यूमरोलॉजी को लेकर बनी गलत धारणाओं और मिथकों को दूर करने का प्रयास करेगा।”

एक तथ्यात्मक और व्यावहारिक सोच रखने वाले एवं इस गूढ़ विज्ञान में रुचि रखने वाले डॉ. चौधरी ने कई प्रशंसित पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें: एडवांस्ड न्यूमरोलॉजी, प्रैक्टिकल न्यूमरोलॉजी, एबीसी ऑफ वास्तु शास्त्र, फंडामेंटल्स ऑफ वास्तु, यू एंड योर जेम्स, मुद्रा-हेल्दी लाइफस्टाइल एट योर फिंगरटिप्स, सक्सेस-फ्यू स्टेप्स अवे, रंग्स ऑफ लैडर, नेचर-द बेस्ट क्योर, मेडिटेशन एंड सबकंशियस माइंड शामिल हैं। वर्तमान में डॉ. चौधरी भारत और यूएई समेत दुनियाभर के देशों में प्रतिष्ठित व्यक्तियों को न्यूमरोलॉजी के माध्यम से समाधान और सेवाएं प्रदान करते हैं। उनकी विशिष्टताओं में बिजनेस न्यूमरोलॉजी, नाम सुधार, न्यूबॉर्न न्यूमरोलॉजी, विवाह संबंधी न्यूमरोलॉजी, लो शू ग्रिड न्यूमरोलॉजी आदि शामिल हैं।

डॉ. जे. सी. चौधरी के बारे में 

डॉ.चौधरी एक उत्कृष्ट न्यूमरोलॉजिस्ट हैं। उन्होंने न्यूमरोलॉजी पर 2 पुस्तकें लिखी हैं- "एडवांस्ड न्यूमरोलॉजी" और "प्रैक्टिकल न्यूमरोलॉजी"। ये पुस्तकें न्यूमरोलॉजी में उनके 38 वर्षों के अनुभव का परिणाम हैं। उन्हें इंडो-यूरोपियन बिजनेस फोरम द्वारा "व्यापार विकास और व्यक्तिगत जीवन में न्यूमरोलॉजी की भूमिका" पर मुख्य वक्ता के रूप में सम्मानित भी किया गया है। न्यूमरोलॉजी पर उनके सूचनात्मक वीडियो ने दुनियाभर में लाखों व्यूज बटोरे हैं। YouTube पर उनके चैनल पर अब तक 549 K सब्सक्राइबर्स हैं और वीडियोज को 86 मिलियन बार देखा जा चुका है।

डॉ. चौधरी एक प्रख्यात लेखक और प्रभावशाली व्यक्ति हैं। वास्तु शास्त्र, रत्न और पत्थर, ध्यान, प्रेरणा जैसे अन्य संबद्ध क्षेत्रों में उनकी रुचि ने उन्हें "एबीसी ऑफ वास्तु शास्त्र, फंडामेंटल्स ऑफ वास्तु, यू एंड योर जेम्स, मुद्रा-हेल्दी लाइफस्टाइल एट योर फिंगरटिप्स, सक्सेस-फ्यू स्टेप्स अवे, रंग्स ऑफ लैडर, नेचर-द बेस्ट क्योर, चक्र, मेडिटेशन एंड सबकंशियस माइंड जैसी पुस्तकों एवं विभिन्न उद्धरणों पर आधारित पुस्तक- "आई थिंक" पुस्तक लिखने को प्रेरित किया। इन पुस्तकों ने उन्हें बहुआयामी व्यक्तित्व, स्वाभाविक प्रेरक, वास्तु विशेषज्ञ, न्यूमरोलॉजी और अन्य संबद्ध क्षेत्रों का विशेषज्ञ भी बनाया है।

 

 


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