नशा मुक्त अभियान को सफल बनाएंगे 40 एटीएफ
By: Dilip Kumar
2/13/2024 9:57:37 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के नशा मुक्त भारत अभियान को और भी मजबूती देने की पहल की है। इसमें सफदरजंग अस्पताल प्रमुख भूमिका निभाएगा। भारत सरकार के मंत्री (MoSJE) डॉ. वीरेंद्र कुमार (Dr. Virendra Kumar, Minister of Government of India) ने नई दिल्ली स्थित अंबेडकर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (Ambedkar International Convention Center, New Delhi) से मनोरोग विभाग, वीएमएमसी सफदरजंग अस्पताल (Department of Psychiatry, VMMC Safdarjung Hospital) सहित देश भर के 40 अन्य एटीएफ के साथ एक उपचार सुविधा की शुरूआत की है। इस मौके पर राज्य मंत्री (एमओएसजेई), प्रतिमा भौमिक, सचिव सौरभ गर्ग, संयुक्त सचिव राधिका चक्रवर्ती, एम्स निदेशक एम. श्रीनिवास मौजूद रहे।
इस मौके पर मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने देश के युवाओं, विशेषकर शैक्षणिक संस्थानों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग (Drug abuse in educational institutions) के चिंताजनक मुद्दे पर जोर दिया। एमओएसजेई (MOSJE) और गृह मंत्रालय (Home Ministry) देश के भीतर दवाओं की खपत और वितरण (Consumption and distribution of drugs within the country) दोनों पहलुओं से निपटने के लिए समन्वित तरीके से एक साथ काम कर रहे हैं।
वीएमएमसी और सफदरजंग अस्पताल में मनोचिकित्सा विभाग के अंतर्गत आने वाले एटीएफ केंद्र (ATF Center) का उद्घाटन कार्यक्रम चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वंदना तलवार (Medical Superintendent Dr. Vandana Talwar) के साथ अपर एमएस डॉ. पीएस भाटिया, डॉ. जयंती मणि, डॉ. वंदना चक्रवर्ती और विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज वर्मा की उपस्थिति में आयोजित किया गया।
देश भर के अन्य एटीएफ केंद्रों के साथ, सफदरजंग अस्पताल भी एटीएफ केंद्र (ATF Centre) नशीली दवाओं पर निर्भरता वाले रोगियों के लिए व्यापक उपचार प्रदान करेगा। एटीएफ सेंटर नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर (NDDTC), एम्स (Delhi Aiims) के साथ साझेदारी में एमओएसजेई योजना (MOSJE Scheme) का हिस्सा है।
सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय (MoSJE) राज्य सरकारों/केंद्र शासित प्रदेशों (UT) को वित्तीय सहायता प्रदान करते हुए, दवा की मांग के मुद्दे को ध्यान में रखते हुए ड्रग डिमांड रिडक्शन (NAPDDR) के लिए राष्ट्रीय कार्य योजना लागू कर रहा है। यह सहायता निवारक शिक्षा, जागरूकता सृजन, क्षमता निर्माण, कौशल विकास, व्यावसायिक प्रशिक्षण, पूर्व नशीली दवाओं के आदी लोगों के लिए आजीविका सहायता और नशीली दवाओं के आदी लोगों के लिए एकीकृत पुनर्वास केंद्रों (Integrated rehabilitation centers for drug addicts) की स्थापना के कार्यक्रमों का समर्थन करती है।
इसके अतिरिक्त, गैर सरकारी संगठन/वीओ किशोरों के बीच नशीली दवाओं के प्रारंभिक उपयोग की रोकथाम (Prevention of early drug use among adolescents) के लिए समुदाय आधारित सहकर्मी नेतृत्व हस्तक्षेप (CPLI) कार्यक्रमों में शामिल हैं। इसके अलावा आउटरीच और ड्रॉप-इन सेंटर (ODIC) सरकारी अस्पतालों और जिला लत उपचार सुविधाओं (ATF Centre) और नशा मुक्ति केंद्र (DDAC) के संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगी।