सिंधी काउंसिल से निलंबित पूर्व अध्यक्ष ने गैर कानूनी तरिके से किया सिंधी काउंसिल का विस्तार

By: Dilip Kumar
5/2/2025 6:44:01 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया से निलंबित पूर्व अध्यक्ष एस.कुमार ने गैर कानूनी तरिके से सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का विस्तार कर रहे हैं जबकि यह मामला कोर्ट में भी विचाराधीन है। यह जानकारी सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहन दास लाधानी ने पत्रकारों को दिया उन्होंने एस.कुमार के निलंबन के बारे में बताया काशी सिंधी समाज मंदिर की भूमि को लगभग 30 वर्ष पूर्व चार भाइयों द्वारा दानस्वरूप दी गई थी। परंतु उस भूमि को दानस्वरूप देने वाले एक भाई के पोते जो बनारस के रहने वाले एस.कुमार ने काशी सिंधी समाज मंदिर के प्रबंधक कमेटी से काशी सिंधी समाज मंदिर को उनके दादा द्वारा दान में दिए भूमि को सिंधी समाज मंदिर के प्रबंधक कमेटी से वापसी मांगने लगे। नहीं देने पर एस.कुमार ने सिंधी समाज मंदिर की भूमि को लेकर कोर्ट केस कर दिया। इस पर उनके खिलाफ कई सामाजिक संगठनों और व्यक्तियों द्वारा विरोध किया गया था।

उस समय एस.कुमार सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे इस कारण इनका विरोध करने वाले सामाजिक संगठनों और व्यक्तियों ने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का भी नाम लेकर विरोध करना शुरू किया इस पर सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपना स्पष्टीकरण जारी किया इस मामले में सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया काशी सिंधी समाज मंदिर के प्रबंधक कमेटी के साथ है कियोंकि किसी मंदिर को दान में दिए भूमि को वापसी मांगने का सामाजिक हुक नहीं है। इस विवाद पर सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपने वार्षिक आमसभा में पारित कर राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.कुमार से स्पष्टीकरण के लिए कई नोटिस जारी किया परन्तु इस पर एस.कुमार ने स्पष्टीकरण देने के बजाय सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्यों सहित अन्य लोगों को धमकाना और उन्हें गलत जानकारी देकर गुमराह करना प्रारंभ कर दिया। और आगे भी अपनी अनुचित गतिविधियों जैसे धमकी देना एवं गलत सूचना फैलाना को जारी रखा।

सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया इस विषय की गंभीरता को समझते हुए फिर एक आपात बैठक कर अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष एस.कुमार को निलंबित कर मुझे सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष सर्व सम्मति से नियुक्त कर दिया। इस पर एस.कुमार नाराज होकर बनारस कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया। जबकि सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के बायोलोज के आधार पर सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया पर कोई भी वाद-विवाद के दिल्ली क्षेत्र के न्यालय में ही हो सकता है इसलिए बनारस कोर्ट में मुकदमा दायर के खिलाफ दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट में विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है जहां अब भी सुनवाई जारी है।

मोहन दास लाधानी ने आगे बताया सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया सिंधी समाज की अंतर्राष्ट्रीय मशहूर संस्था है इस संस्था को बदनाम करने के लिए सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया से निलंबित एस.कुमार ने फर्जी तरिके से 27 अप्रैल 2025 को सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया का कार्यकारिणी समिति का विस्तार करने की चेष्टा किया। इस नए गैर संवैधानिक सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया कार्यकारिणी समिति के खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर रहे हैं। आगे की कानूनी कार्यवाही को करने के लिए सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया (उत्तर भारत) के अध्यक्ष अशोक लालवानी को अधिकृत कर दिया गया है।


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