अगर शरीर को छू गई तो झनझनाहट, स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

By: Dilip Kumar
10/15/2018 9:02:26 PM
नई दिल्ली

अगर शरीर को छू गई तो दो दिन तक रहेगी झनझनाहट। वहीं स्वाद और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक। आप सोच रहे होंगे कि मैं क्या बात कर रहा हूं। लेकिन यह सच है। कंडाली यानी सिसूणं या बिच्छू घास। ये पौधा अर्टिकाकेई वनस्पति फैमिली का होता है। इसका वास्तविक नाम अर्टिका पर्वीफ्लोरा है। यह उत्तराखंड में पाया जाता है। ये पौधा भारत, चीन, यूरोप समेत कई देशों में पाया जाता है। बताया जा रहा ह कि ग्लोबल वार्मिंग और मौसम की मार की वजह से इसका अस्तित्व भी खतरे में हैं।

कई बीमारियों में यह रामबाण के रुप में काम आता है। आपको शरीर में पित्त दोष की बीमारी है, तो इसका सेवन जरूर करें। पेट की गर्मी को दूर करने की इसमें जबरदस्त क्षमता होती है। इसके साथ ही ये पेट से बनने वाली बीमारियों को दूर कर देती है। इसके और भी गुण हैं। इसमें जबरदस्त मात्रा में आयरन होता है, जो आपके शरीर को और आपकी हड्डियों को मजबूती देने का भी काम करता है। अगर आपके शरीर के किसी हिस्से में मोच आ गई है, तो इसकी पत्तियों के इस्तेमाल से अर्क बनाकर प्रभाविक जगह पर लगा सकते हैं। इससे आपको जल्द ही आराम मिलेगी।

इसके साथ ही अगर आपके शरीर में जकडऩ महसूस हो रही है, तो इसका साग बनाकर खाएं। इसके साग स्वादिष्ट होता है और उत्तराखंड में लोग इसका सेवन भात के साथ करते हैं। इसके साथ ही एक्सपट्र्स का कहना है कि मलेरिया के इलाज के लिए बिच्छू खास बेहतरीन इलाज है। इसका साग बनाकर मलेरिया के मरीज को देना चाहिए। ये मलेरिया के मरीज के लिए एंटीबायोटिक और एंटी ऑक्सीडेंट का काम करता है। इसके अलावा अगर आपका पेट साफ नहीं हो रहा है, तो इसके बीजों का सेवन करें, आपको फायदा मिलेगा।

कंडाली की पत्तियों पर छोटे-छोटे बालों जैसे कांटे होते हैं। इसलिए जब भी इसका साग बनाएं तो पहले पत्तियों को अच्छी तरह से उबाल लेना चाहिए। इससे इसकी पत्तियों में मौजूद कांटे अलग हो जाते हैं। आप अगर ग्रीन टी का सेवन करते हैं तो इससे अच्छा आप कंडाली के हर्बल टी का प्रयोग करें।


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