'ईवीएम में छेड़छाड़ संभव, साबित करने के लिए सुप्रीम कोर्ट इजाजत दे'
By: Dilip Kumar
6/27/2019 9:26:36 PM
तमिल एक्टर मंसूर अली खान ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। खान ने दावा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में छेड़छाड़ संभव है। इसे साबित करने के लिए मुझे अनुमति दी जाए। खान ने इस बार डिंडीगुल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा था। इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। खान ने अधिकांश तमिल फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाई है। खान ने अपनी याचिका में कहा- उन्हें विशेषज्ञों के साथ चुनाव आयोग के सामने यह साबित करने का मौका दिया जाना चाहिए कि ईवीएम से छेड़छाड़ की जा सकती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट या हाई कोर्ट जजों की निगरानी में करवाया जाना चाहिए।
लोकसभा चुनाव के दौरान आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नाएडू के नेतृत्व में 21 विपक्षी नेताओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। विपक्ष की मांग थी कि चुनावों के नतीजे से पहले कम से कम 50% वोटों का मिलान वीवीपैट की पर्चियों से किया जाए। कोर्ट ने निर्वाचन आयोग से पूछा था कि क्या आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए मौजूदा समय में वीवीपैट के नमूना सर्वेक्षण की संख्या को बढ़ाकर एक से ज्यादा किया जा सकता है। ईवीएम 1989-1990 में ही बनकर तैयार हो गई थी। नवंबर 1998 में पहली बार इसका इस्तेमाल मध्यप्रदेश की पांच, राजस्थान की पांच और दिल्ली की छह विधानसभा सीटों पर किया गया। वहीं, वीवीपैट का पहली बार इस्तेमाल 2013 में नगालैंड की एक सीट पर हुआ था।