चॉकलेट गजानन बने आकर्षण का केंद्र, पूजन के बाद गर्म दूध में विसर्जन
By: Dilip Kumar
9/3/2019 2:59:50 AM
गणेश चतुर्थी का पर्व सोमवार को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। सुबह से ही गजानन को पंडाल के साथ घरों में विराजने का सिलसिला शुरू हो गया। प्रशासन द्वारा प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियों पर रोक लगाने के बाद इस बार बाजार में मिट्टी के गजानन नजर आ रहे हैं। इन सबके बीच शहर में एक युवती ने चाकलेट के गजानन बनाए हैं, जो सभी के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।
इंदौर में रहने वाली निधि शर्मा ने चॉकलेट की गणेश प्रतिमा तैयार की है। निधि का मानना है कि हम केमिकल से बनी मूर्तियों का विसर्जन नदियों में करते हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण होता है। साथ ही, मूर्तियां कई वर्षों तक गलती नहीं हैं। ऐसे में पर्यावरण प्रदूषित होने के साथ-साथ ईश्वर का अपमान भी होता है। पेशे से चॉकलेट निर्माण करने वालीं निधि का कहना है कि वे इस चतुर्थी पर कुछ अलग हटकर करना चाहती थीं, इसीलिए उन्होंने चॉकलेट के गजानन तैयार किए हैं।
चॉकलेट से बनाई गई इस प्रतिमा को लेकर जब उनसे पूछा की 10 दिनों तक इसे किस प्रकार से रखा जाएगा और प्रतिमा का विसर्जन किया प्रकार से किया जाएगा। इस पर उन्होंने बताया कि चॉकलेट गणेश प्रतिमा को सामान्य रूम टेंपरेचर पर रखा जा सकता है। मूर्ति के आसपास मूर्ति की सुरक्षा को लेकर, विशेष चीजें जिनमें इलायची, कपूर, लोंग इत्यादि रख दी जाए तो यह प्रतिमा चीटियों एवं कीड़ों से सुरक्षित रहेगी।
डार्क चॉकलेट से बने गजानन का 10 दिनों तक पूजन के बाद प्रतिमा को गर्म दूध में विसर्जित किया जाएगा। ऐसे में यह दूध चॉकलेट दूध बन जाएगा, जिसे प्रसाद स्वरूप जरूरतमंद गरीब बच्चों में वितरित किया जाएगा।