गऊ रक्षा दल का केंद्र सरकार के खिलाफ रोष
By: Dilip Kumar
11/11/2024 1:29:25 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। गऊ रक्षा दल ने संसद भवन के पास सैकड़ों गऊ भक्तों ने 1966 में वर्तमान प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी के द्वारा दिए गए उस आदेश के खिलाफ सामूहिक विरोध प्रदर्शन किया जिसमें स्व. गुलज़ारी लाल नंदा ने इंदिरा गांधी का आदेश नहीं माना, और इस्तीफा दे दिया था।उसी दौरान पुलिस द्वारा गऊ भक्तों पर लाठी चार्ज हुआ जिसमे सैकड़ों संत घायल हुए थे,उसी की यादगार में यह प्रदर्शन रखा गया था लेकिन केंद्र सरकार की और से कोई प्रतिनिधि न आने से भक्तों में रोष व्याप्त था, और वही प्रदशर्न कर धरना दिया। दिल्ली पहुँचे , पटेल चौक संसद मार्ग पर संतों द्वारा गऊवंश की रक्षा को लेकर सरकार से बात करने के लिए कोई प्रतिनिधि सरकार ने नहीं भेजें तो गऊ भगतों ने वही धरना दे दिया।
संसद भवन गेट नंबर दो पर शांतिपूर्ण धरने पर बैठे गौ रक्षा दल,राष्ट्रीय गोधन महासंघ के अध्यक्ष पूज्य महामण्डलेश्वर ज्ञाना नन्द जी ने संसद भवन के निकट प्रदर्शन के दौरान अपनी कई मांगो को लेकर मांग पत्र भी देने की कोशिश की। इस प्रदर्शन में दिल्ली की 12 बड़ी संस्थाओं के 28 अध्यक्ष संयोजक प्रमुख अन्य पदाधिकारियों ने संघ द्वारा भविष्य की योजनाओं को लेकर कुछ निर्णय लिए गए , गोष्ठी के उपरांत संसद मार्ग पर गऊ पद यात्रा निकली गई जिसमें
गऊ माता———- विश्व माता
गऊ माता——-विश्व माता
गऊ माता—-विश्व माता
के जय घोष लगाते हुए संसद भवन गेट नंबर दो पर पहुंचे जहां पर गोलीबारी हुई थी,सैकड़ों गऊ भगत वीरगति को प्राप्त हुए थे ,उन्हें वही पर श्रद्धांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम पूज्य ज्ञाना नन्द जी राष्ट्रीय गोधन महासंघ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। गऊ कॉउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से सभी का आभार व्यक्त किया।