हरित भविष्य की दिशा में होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया की देशव्यापी पहल
By: Dilip Kumar
6/21/2025 3:42:31 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया ने पर्यावरण सप्ताह 2025 के तहत 5 जून (विश्व पर्यावरण दिवस) से देशभर में अपनी डीलरशिप नेटवर्क पर कई पर्यावरण जागरूकता और सस्टेनेबिलिटी-केंद्रित गतिविधियाँ आयोजित कीं। इस पहल का उद्देश्य लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और ज़िम्मेदार व्यवहार को प्रोत्साहित करना था। यह अभियान गाज़ियाबाद स्थित हिंदन होंडा डीलरशिप पर एक विशेष कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ, जिसमें एचएमएसआई के वरिष्ठ अधिकारियों – श्री शशांक रज़दान (जनरल मैनेजर, रीजनल बिज़नेस - सेंट्रल) और श्री रविकुमार अन्नासाहेब फिरगण्णावर (जनरल मैनेजर, रीजनल बिज़नेस - सेंट्रल कस्टमर सर्विस) – ने भाग लिया।
इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम ‘प्लास्टिक प्रदूषण को हराओ’ ने एचएमएसआई की ज़मीनी गतिविधियों की दिशा तय की। सप्ताहभर चलने वाले इस अभियान के तहत, एचएमएसआई की डीलरशिप्स और सर्विस आउटलेट्स ने देशभर में ग्राहकों और स्थानीय समुदायों के साथ सक्रिय भागीदारी की। मुख्य गतिविधियों में डीलरशिप पर आने वाले सभी ग्राहकों को पौधों का वितरण, प्लास्टिक प्रदूषण के दुष्परिणामों पर जागरूकता अभियान, और देश के कई शहरों और कस्बों में 1,25,000 से अधिक पौधारोपण शामिल रहे। इसके अलावा, वाहनों के अधिक स्वच्छ और कुशल उपयोग को बढ़ावा देने के लिए नि:शुल्क पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल (PUC) चेक-अप कैंप भी आयोजित किए गए।
भारत में 25 वर्षों के संचालन के साथ, एचएमएसआई ने उत्पादन में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। वर्ष 2001 में स्थानीय निर्माण की शुरुआत के बाद से कंपनी ने 7 करोड़ (70 मिलियन) यूनिट्स के संचयी उत्पादन का आंकड़ा पार कर लिया है। यह मील का पत्थर Honda की वैश्विक उपलब्धियों में भी जुड़ता है, जहां 1949 से अब तक कंपनी ने 50 करोड़ (500 मिलियन) मोटरसाइकिल्स का वैश्विक उत्पादन पूरा किया है। उत्पादन के इस विस्तार के साथ, एचएमएसआई Honda के ग्लोबल विज़न के अनुरूप “Triple Action to ZERO” पहल के माध्यम से कार्बन न्यूट्रलिटी, क्लीन एनर्जी और रिसोर्स सर्कुलेशन जैसे मुख्य क्षेत्रों पर केंद्रित रहते हुए, पूरे प्रोडक्ट लाइफसाइकल और कॉर्पोरेट गतिविधियों में पर्यावरणीय प्रभाव को शून्य करने की दिशा में काम कर रही है।
एचएमएसआई अपने प्लांट्स और संचालन इकाइयों में क्लीन टेक्नोलॉजी और संसाधन दक्षता को बढ़ावा देते हुए, स्थायी निर्माण प्रथाओं को मजबूती दे रही है। पर्यावरण सप्ताह के तहत चलाए गए इस राष्ट्रव्यापी अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्राहकों, डीलरों, कर्मचारियों और नेतृत्व की सामूहिक भागीदारी को प्रोत्साहित करना रहा — ताकि एक स्वच्छ, हरित और टिकाऊ भविष्य की नींव रखी जा सके। इस पहल को जमीनी स्तर पर प्रभावशाली बनाने के लिए, एचएमएसआई ने पौधारोपण अभियानों और कर्मचारी जागरूकता सत्रों का आयोजन किया, जहां स्थिरता को कार्यस्थल और समुदायों में अपनाने के व्यावहारिक उपायों पर फोकस किया गया।
इन प्रयासों के माध्यम से यह संदेश दिया गया कि हर छोटा कदम, पर्यावरण संरक्षण में बड़ा योगदान दे सकता है सस्टेनेबिलिटी को संचालन का अभिन्न हिस्सा बनाते हुए, एचएमएसआई अपने पर्यावरणीय लक्ष्यों की दिशा में ठोस प्रगति कर रही है। कर्नाटक के नारसापुरा स्थित तीसरे विनिर्माण संयंत्र में कंपनी वर्तमान में अपनी 98% ऊर्जा आवश्यकताओं को नवीकरणीय स्रोतों से पूरा कर रही है। एचएमएसआई का उद्देश्य अपने सभी प्लांट्स में कुल ऊर्जा खपत का अधिकांश हिस्सा स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा से प्राप्त करना है, जिसके लिए कंपनी चरणबद्ध रूप से अपनी क्षमता का विस्तार कर रही है।
जल संसाधनों के संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए, एचएमएसआई ने अपने सभी विनिर्माण संयंत्रों में एडवांस्ड रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम्स को अपनाया है। नारसापुरा संयंत्र अपनी अधिकांश जल आवश्यकता केवल वर्षा जल से पूरी करता है। इसके साथ ही, कंपनी के सभी चार विनिर्माण प्लांट्स 'Zero Liquid Discharge (ZLD)' सुविधाओं के रूप में कार्यरत हैं—यह सुनिश्चित करते हुए कि जल का पुनर्चक्रण और पुन:प्रयोग प्रभावी रूप से हो रहा है।
एचएमएसआई के सभी उत्पादन संयंत्रों को प्रतिष्ठित GreenCo ‘वर्ल्ड क्लास’ रेटिंग से सम्मानित किया गया है, जहां इकाइयों ने प्लैटिनम और प्लैटिनम प्लस स्तर हासिल किए हैं—जो पर्यावरणीय उत्कृष्टता के उच्चतम मानकों को दर्शाता है। इसके अतिरिक्त, कंपनी को National Energy और Water Awards सहित कई राष्ट्रीय सम्मानों से भी नवाज़ा गया है, जो सस्टेनेबिलिटी के प्रति इसके सतत और ठोस प्रयासों का प्रमाण हैं।
स्वच्छ निर्माण के क्षेत्र में रणनीतिक निवेश और व्यापक ऑन-ग्राउंड पहल के माध्यम से एचएमएसआई की यह पहल केवल एक उत्सव न होकर, स्थायित्व आधारित भविष्य के प्रति कंपनी की दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। यह प्रयास जागरूकता, क्रियान्वयन और नवाचार के माध्यम से एक सस्टेनेबल इकोसिस्टम के निर्माण की दिशा में कंपनी के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है।