रसोई से साधना तक: योग में डूबे अक्षय पात्र के कर्मयोगी
By: Imran Choudhray
6/22/2025 2:49:29 PM
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के पावन अवसर पर अक्षय पात्र फाउंडेशन के दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के पाँचों केंद्रीयकृत रसोईघर—डीएमसी, बादली, जहांगीरपुरी, गोल मार्केट और गौतमबुद्ध नगर के समर्पित कर्मचारियों ने सामूहिक योग अभ्यास में भाग लेकर योग के शारीरिक और आध्यात्मिक स्वरूप को आत्मसात किया। यह सामूहिक योग सत्र एनपी बंगाली स्कूल, दिल्ली परिसर में आयोजित किया गया, जहाँ योग गुरु सौरव गोयल एवं उनकी टीम ने सहभागियों को योगाभ्यास का प्रशिक्षण दिया। कर्मचारियों ने न केवल योगासन, प्राणायाम एवं ध्यान का अभ्यास किया, बल्कि आत्मिक संतुलन के महत्व को भी गहराई से अनुभव किया।
इस अवसर पर अक्षय पात्र फाउंडेशन, दिल्ली-एनसीआर, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के डिविजन हेड, श्री गोविंद दत्ता दास ने श्रीमद्भगवद गीता के छठे अध्याय का श्लोक उद्धृत करते हुए कहा:
"योगिनामपि सर्वेषां मद्गतेनान्तरात्मना...
भक्त्या मां यः पश्यति स मे युक्ततमः मतः।”
"सभी योगियों में, जो गहन श्रद्धा के साथ अंतर्मन से मेरा चिंतन करता है और प्रेमपूर्वक मेरी सेवा करता है — वही योग में मुझसे सबसे अधिक जुड़ा होता है और श्रेष्ठ योगी होता है।"
उन्होंने कहा कि जब आज पूरी दुनिया योग को केवल शारीरिक व्यायाम के रूप में देखती है, तब हमारे रसोईघर के कर्मचारी योग के वास्तविक उद्देश्य—आत्म-संयम, सेवा भाव और ईश्वर से जुड़ाव—को अपनाकर एक प्रेरणास्पद उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं। यह अभ्यास न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन को संतुलित करता है, बल्कि समाजसेवा में उनकी प्रतिबद्धता को भी और अधिक दृढ़ करता है। इस मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में वरिष्ठ पत्रकार बंसी लाल, दिल्ली-एनसीआर के ऑपरेशन हेड बलवीर सिंह राठौर एवं स्टाफ साथी शिवम शर्मा, आशीष यादव, अभय सिंह आदि मौजूद रहे।
अक्षय पात्र फाउंडेशन न केवल भारत के लाखों बच्चों को मध्याह्न भोजन प्रदान करता है, बल्कि अपने कर्मचारियों के समग्र कल्याण—शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक—को भी प्राथमिकता देता है। योग दिवस का यह आयोजन संस्था की इसी प्रतिबद्धता का जीवंत प्रमाण है।