तारक मेहता का उल्टा चश्मा" आम आदमी की नई चुनौतियों की कहानी, पुराने मूल्यों के साथ

By: Dilip Kumar
6/2/2025 6:41:11 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। भारतीय टेलीविज़न पर सबसे लंबे समय तक चलने वाले धारावाहिकों में से एक, "तारक मेहता का उल्टा चश्मा" (TMKOC), आज भी दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बनाए हुए है। 17 वर्षों से ज़्यादा समय से चल रहे इस लोकप्रिय कॉमेडी शो ने हमेशा आम आदमी की ज़िंदगी से जुड़ी छोटी-बड़ी समस्याओं को अपने हास्यपूर्ण अंदाज़ में पेश किया है। इसकी आत्मा अब भी वही है- "प्रॉब्लम तो है सबके साथ, बस नज़रीये की है बात।"

हाल ही में शो की कहानियों में आधुनिक समाज की नई चुनौतियों को उभारा गया है। गोगी की सट्टेबाज़ी की लत हो या फिर 'पैसों की बारिश' ऐप से जुड़ा साइबर फ्रॉड TMKOC हर मुद्दे को आम लोगों की ज़िंदगी के नजरिए से पेश करता है। खास बात यह है कि 'पैसों की बारिश' का ट्रैक, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले 14C (Indian Cyber Crime Coordination Centre) के साथ एक पब्लिक अवेयरनेस कैंपेन का हिस्सा है।

इस कहानी में गोकुलधाम सोसाइटी के कई सदस्यु, जिनमें तारक मेहता और अय्यर जैसे समझदार लोग भी शामिल हैं, एक चमकदार मोबाइल ऐप की चकाचौंध में आकर अपनी मेहनत की कमाई एक स्कीम में लगा देते हैं। शुरुआत में लगता है कि यह निवेश जल्द ही मोटा मुनाफा देगा, लेकिन कुछ ही दिनों में सच्चाई सामने आ जाती है कि यह एक बड़ा धोखा था। यह ट्रैक दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि कैसे आज का पढ़ा-लिखा मध्य‌मवर्ग भी डिजिटल ठगी का आसान शिकार बन सकता है।

इसके बावजूद, शो अपनी पहचान बनाए रखते हुए हर गंभीर मुद्दे को हास्य और दिल को छू जाने वाले संवादों के ज़रिये पेश करता है। शो के निर्माता असित कुमार मोदी शुरू से लेकर आज तक शो की बागडोर संभालते आ रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ़ बदलते हुए कलाकारों और दर्शकों की पसंद को संभाला है, बल्कि शो के मूल संदेश को कभी डगमगाने नहीं दिया- हर समस्या का हल संभव है, अगर नज़रिया सही हो।

धीरे-धीरे शो की कहानी मुख्य पात्रों से निकलकर एक एसेंबल (ensemble) फॉर्मेट की ओर बढ़ी है, जहां हर किरदार को बराबर महत्त्व दिया जा रहा है। टप्पू और सोनू के बड़े होते संबंधों की उलझन, गोगी की मानसिक उधेड़बुन, और अब तारक मेहता की निवेश संबंधी मुश्किलें ये सभी कहानियां यह दर्शाती हैं कि शो अपने दर्शकों के साथ-साथ बदलते समय को भी अपनाने की कोशिश कर रहा है।

हालांकि शो को लेकर समय-समय पर विवाद भी हुए हैं कलाकारों के जाने, सोशल मीडिया ट्रोलिंग और रचनात्मक आलोचनाओं को लेकर। फिर भी, TMKOC की टीम अपने विचारों पर अडिग रही है: हास्यु, एकता और सकारात्मक सोच के साथ जिंदगी की हर चुनौती को पार करना। अब सवाल उठता है क्या एक ऐसा कॉमेडी शो, जो आशा और उत्साह पर आधारित है, आज के तेजी से बदलते मीडिया परिदृश्य में खुद को फिर से प्रासंगिक बना सकता है?

"तारक मेहता का उल्टा चश्मा" इस सवाल का जवाब हर नए ट्रैक के ज़रिये देता दिख रहा है हंसी, समझदारी और समाज के आईने के रूप में।


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