क्रॉम्पटन को महाराष्ट्र से मिला 101 करोड़ रुपए का अब तक का सबसे बड़ा सौर पंप ऑर्डर
By: Dilip Kumar
6/17/2025 8:30:56 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। भारत के पंप उद्योग में एक विश्वसनीय नाम, क्रॉम्पटन ग्रीव्स कंज्यूमर इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड ने सौर वाटर पंप क्षेत्र में अपना सबसे बड़ा ऑर्डर हासिल करके ग्रीन एनर्जी की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने महाराष्ट्र ऊर्जा विकास एजेंसी (एमईडीए) से प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान (पीएम-कुसुम) योजना के कंपोनेंट बी के तहत 101 करोड़ रुपए (जीएसटी के अलावा) का लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) हासिल किया है।
इसके तहत महाराष्ट्र में 4,500 ऑफ-ग्रिड सोलर फोटोवोल्टिक वॉटर पंपिंग सिस्टम्स (एसपीडब्लूपीएस) की डिजाइनिंग, निर्माण, सप्लाई, ट्रांसपोर्ट, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग का काम शामिल है। यह महत्वपूर्ण ऑर्डर क्रॉम्पटन की भारत भर में किसानों को सशक्त बनाने वाले टिकाऊ सिंचाई समाधानों को प्रदान करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाताता है। इस पूरे प्रोजेक्ट के साथ 5 साल की मेंटेनेंस सर्विस (सीएमसी) का अनुबंध भी शामिल है ताकि स्थापित व प्रणालियां लंबे समय तक सही ढंग से काम कर सके।
क्रॉम्पटन के उन्नत सौर ऊर्जा चालित डीसी सबमर्सिबल पंपों को टिकाऊपन, उच्च प्रदर्शन और उपयोग में आसानी की खूबियों के साथ डिजाइन किया गया है, ताकि विशेष रूप से ऑफ-ग्रिड और ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता की की चुनौतियों का समाधान किया जा सके। कंपनी अपने प्रशिक्षित फील्ड स्टाफ, स्थानीय जिला सहायता टीमों और मजबूत आफ्टर-सेल्स नेटवर्क के सहारे परियोजना का उत्कृष्ट परिचालन व बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी।
यह पहल केंद्र सरकार के उस लक्ष्य से भी मेल खाती है, जिसमें किसानों को पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों से हटाकर सोलर एनर्जी की ओर ले जाने पर ज़ोर है। इससे किसानों को आर्थिक रूप से राहत मिलेगी और पर्यावरण को भी फायदा होगा। यह ऑर्डर कृषि, ग्रामीण जल आपूर्ति और ऑफ-ग्रिड अनुप्रयोगों में बढ़ती मांग के चलते भारत के सबमर्सिबल वाटर पंप बाजार में तेजी से हो रही वृद्धि के बीच आया है। सौर ऊर्जा चालित सबमर्सिबल पंप अब अनियमित वर्षा और सीमित बिजली वाले क्षेत्रों में महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं, ताकि लगातार और टिकाऊ सिंचाई की जा सके।
क्रॉम्पटन के होम इलेक्ट्रिकल्स और पंप्स बिज़नेस हेड, रजत चोपड़ा ने कहा, “हमें पीएम-कुसुम योजना के अंतर्गत 4,500 सौर फोटोवोल्टिक वाटर पम्पिंग सिस्टम्स के लिए एमईडीए से लेटर ऑफ अवार्ड मिलने की बेहद खुशी है। यह न सिर्फ हमारे लिए अब तक का सबसे बड़ा सौर पंप ऑर्डर है, बल्कि यह भारत भर के किसानों की जरूरतों के अनुरूप भरोसेमंद और उच्च प्रदर्शन वाले पंपिंग समाधान देने की हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यह ऑर्डर क्रॉम्पटन के उत्पादों की बेहतरीन गुणवत्ता, दीर्घकालिक प्रदर्शन और मजबूत सेवा नेटवर्क में विश्वास को मजबूत करता है और सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई के क्षेत्र में एक भरोसेमंद साझेदार के तौर पर और मज़बूती देता है। क्रॉम्पटन में हमारा फोकस लगातार इस पर है कि किसानों को साफ और टिकाऊ ऊर्जा मिले, और साथ ही हर प्रोजेक्ट को बेहतरीन गुणवत्ता, इनोवेशन और मज़बूत आफ्टर-सेल्स सपोर्ट के साथ बिना किसी रुकावट के पूरा किया जा सके।” क्रॉम्पटन ने इस टेंडर प्रक्रिया में हरियाणा, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश जैसे चार अहम राज्यों में सक्रिय भागीदारी की।
इस योजना के शुरुआती चरण की निगरानी एसईसीआई और एमएनआरई ने की थी, लेकिन अब इसके अंतिम क्रियान्वयन के लिए हर राज्य की नोडल एजेंसियों – जैसे एचएआरईडीए, एमईडीए, एमएसईडीसीएल, एमपीयूवीएनएल और आरएचडीएस – को सौंप दिया गया है। कंपनी हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र में पहले से सक्रिय है, वहीं जल्द ही मध्य प्रदेश में भी प्रोजेक्ट शुरू करने की तैयारी कर रही है और अब कंपनी अन्य भारतीय राज्यों में भी अपने विस्तार की तैयारी में है। 85 साल से भी ज़्यादा के अनुभव के साथ, क्रॉम्पटन लगातार इनोवेशन कर रहा है और ऊर्जा की बचत करने वाली, टिकाऊ और स्मार्ट पंपिंग तकनीकें विकसित कर रहा है, जो भारत के स्वच्छ ऊर्जा और जलापूर्त से जुड़े लक्ष्यों को पूरा करने में सहायक होती है।