श्री कालहस्ती शिवलिंग : यहां मकड़ी, सर्प और हाथी ने की थी आराधना
By: Dilip Kumar
7/25/2019 10:50:30 PM
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित श्री कालहस्ती मंदिर राज्य के चुनिंदा सबसे खास शिव मंदिरों में गिना जाता है। यह पवित्र मंदिर शहर के स्वर्णमुखी नदी तट पर स्थित है और प्रसिद्घ तिरुपति के बहुत ही करीब है। इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में चोल राजवंश के शासनकाल के दौरान हुआ था। माना जाता है कि इस प्राचीन मंदिर में भगवान शिव वायु रूप में मौजूद हैं,जिनकी पूजा कालहस्तेश्वर के रूप में की जाती है। यहां शिवलिंग की पूजा वायूर लिंगम के रूप में और माता पार्वती की पूजा श्री ज्ञान प्रसुणम्बा के रूप में की जाती है। मुख्य देवताओं के अलावा, यह मंदिर राहु और केतु की विशेष पूजा के लिए जाना जाता है।
मान्यता अनुसार इस स्थान का नाम तीन पशुओं - श्री यानी मकड़ी, काल यानी सर्प तथा हस्ती यानी हाथी के नाम पर किया गया है। ये तीनों ही यहां शिव की आराधना करके मुक्त हुए थे। एक जनुश्रुति के अनुसार मकड़ी ने शिवलिंग पर तपस्या करते हुए जाल बनाया था और सांप ने लिंग से लिपटकर आराधना की और हाथी ने शिवलिंग को जल से स्नान करवाया था। यहाँ पर इन तीनों पशुओं की मूर्तियाँ भी स्थापित हैं। श्रीकालहस्ती का उल्लेख स्कंद पुराण, शिव पुराण और लिंग पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों में भी मिलता है। स्कंद पुराण के अनुसार एक बार इस स्थान पर अर्जुन ने प्रभु कालहस्तीवर का दर्शन किया था। तत्पश्चात पर्वत के शीर्ष पर भारद्वाज मुनि के भी दर्शन किए थे। कहते हैं कणप्पा नामक एक आदिवासी ने यहाँ पर भगवान शिव की आराधना की थी। यह मंदिर राहुकाल पूजा के लिए विशेष रूप से जाना जाता है।
इस स्थान के आसपास बहुत से धार्मिक स्थल हैं।
विश्वनाथ मंदिर, कणप्पा मंदिर, मणिकणिका मंदिर, सूर्यनारायण मंदिर, भरद्वाज तीर्थम, कृष्णदेवार्या मंडप, श्री सुकब्रह्माश्रमम, वैय्यालिंगाकोण (सहस्त्र लिंगों की घाटी), पर्वत पर स्थित दुर्गम मंदिर और दक्षिण काली मंदिर इनमें से प्रमुख हैं। यहां का समीपस्थ हवाई अड्डा तिरुपति विमानक्षेत्र है, जो यहाँ से बीस किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मद्रास-विजयवाड़ा रेलवे लाइन पर स्थित गुंटूर व चेन्नई से भी इस स्थान पर आसानी से पहुँचा जा सकता है। विजयवाड़ा से तिरुपति जाने वाली लगभग सभी रेलगाडिय़ां कालहस्ती पर अवश्य रुकती हैं। आंध्र प्रदेश परिवहन की बस सेवा तिरुपति से छोटे अंतराल पर इस स्थान के लिए उपलब्ध है।