RSS का बड़ा बयान- जब तक असमानता है आरक्षण जरूरी

By: Dilip Kumar
9/9/2019 4:54:13 PM
नई दिल्ली

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक का सोमवार(9 सितंबर) को समापन हो गया. सात से नौ सितंबर तक चली इस बैठक में जिन विषयों पर चर्चा हुई, उनके बारे में संघ के सह सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने विस्तार से जानकारी दी. आरएसएस व सभी 36 संगठनों की इस समन्वय बैठक में सीमा सुरक्षा, अनुच्छेद 370, कश्मीर में नेताओं की नजरबंदी, मदरसा, मॉब लिंचिंग, एनआरसी और आरक्षण जैसे अहम मसलों पर चर्चा हुई. मॉब लिंचिंग पर संघ ने कहा कि समाज में किसी भी प्रकार की हिंसा का हम समर्थन नहीं करते हैं. कानून को अपने हाथ में लेने का हम स्वागत नहीं करते हैं. वहीं केंद्र सरकार के सौ दिनों के कार्यकाल पर आरएसएस ने कहा कि सरकार ने कई अच्छे कार्य किए हैं. इसलिए दोबारा चुनी गई हैं.

आरक्षण पर क्या बात हुई

दत्तात्रेय होसबोले ने बैठक में आरक्षण पर हुई चर्चा की जानकारी दी. कहा कि बैठक में कहा गया कि जब ऐसा लगेगा कि विषमता खत्म हो गई है तो इस पर विचार किया जाएगा .अगर लोगों को लगता है कि विषमता कल ही खत्म हो गई है तो कल ही इस पर विचार हो सकता है लेकिन फिलहाल आरक्षण जारी रहेगा. मौजूदा समय में आरक्षण समाप्त नहीं किया जाएगा.

अनुच्छेद 370

जम्मू कश्मीर में धारा 370 के हटाए जाने पर संघ ने कहा कि लंबे समय से हमारे कार्यकर्ता इसकी मांग कर रहे थे . घाटी में संघ के कार्यकर्ता कड़ी मेहनत कर लद्दाख जैसे इलाके में भी प्रखर राष्ट्रवाद की अलख जगाए थे. जिसका परिणाम है कि अनुच्छेद 370 हटाया जा सका है . दत्तात्रेय ने कश्मीर के नेताओं के नजरबंद किए जाने की तुलना कांग्रेस के कार्यकाल में जयप्रकाश नारायण को जेल में डालने से करते हुए कहा कि चुने हुए नेताओं ने भी गलतियां की है जिसकी वजह से यह सब हुआ है केंद्र सरकार वहां पर अमन बहाली के लिए यह सारे काम कर रही है.


comments