बंदी सिखों की रिहाई करने वाले सिखों पर पंजाब सरकार का लाठी चार्ज ठीक नहीं :सरना

By: Dilip Kumar
1/9/2025 3:53:19 PM
नई दिल्ली

कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। चंडीगढ़ के मोहाली में पिछले दो साल से बंद बंदी सिंहों की रिहाई के लिए मोर्चा कल पंजाब के मुख्यमंत्री के आवास को घेरने वाला था, लेकिन पंजाब सरकार की पुलिस ने उनपर अराजकता फैलाते हुए जुल्म की सभी हदें पार कर दी. यह एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन था और यही नहीं बल्कि पंथ की यह लंबे समय से चली आ रही मांग है कि विभिन्न जेलों में बंदी सिखों को तुरंत रिहा किया जाना चाहिए, लेकिन जिस तरह पंजाब पुलिस ने बंदी सिखों कि रिहाई की मांग कर रहे लोगों पर लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले दागे, उसकी जितनी निंदा की जाए कम है.यह कहना हैं शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के अध्यक्ष सरदार परमाजीत सिंह सरना का।

उन्होने कहा कि पंजाब सरकार व पुलिस को सोचना चाहिए की बंदी सिंहों की रिहाई की मांग करने के लिए लोग किसी विदेशी देश से नहीं आए हैं, वे इस देश के सम्मानित नागरिक हैं और उन पर इस तरह का वर्ताव करना उनके अधिकारों की घोर उलंधन है। सरना नें पंजाब मुख्यमंत्री मान को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कुर्सी के नशे में चूर जाबर द्वारा अर्जित इस जुल्म से यह साबित हो गया है कि जो अपने परिवार का नहीं हो सका वह पंजाब का भला कैसे सोच सकता है। देश में काम कर रही मानवाधिकार सेवाओं का यह कर्तव्य है कि वह तुरंत इस मामले की गहराई से जांच करते हुए पंजाब सरकार द्वारा किए जा रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन को उजागर करने की पहल करें।


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