श्यामा प्रसाद मुखर्जी महिला महाविद्यालय : लिटरेचर फेस्टिवल “शब्दपाखी” मनाया गया
By: Dilip Kumar
3/10/2025 6:15:43 PM
कुलवंत कौर के साथ बंसी लाल की रिपोर्ट। दिल्ली विश्वविद्यालय के श्यामा प्रसाद मुखर्जी महिला महाविद्यालय में 5-6 मार्च 2025 को “भाषाई एवं सांस्कृतिक विविधता का उत्सव” विषय पर तीसरे लिटरेचर फेस्टिवल “शब्दपाखी” मनाया गया। समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि मनीष तिवारी, सांसद, लोकसभा एवं पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री,भारत सरकार के साथ ही विशिष्ट अतिथि के रूप में साकेत मिश्रा, एमएलसी, उत्तर प्रदेश शामिल हुए। इस मौके पर कॉलेज की डांस सोसायटी “थिरकन” की छात्राओं द्वारा भारत की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाते हुए नृत्य की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। इस मौके पर प्राचार्या प्रो. साधना ने सभी कार्यक्रमों में शामिल सभी अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और ऐसे सुंदर आगामी कार्यक्रमों के लिए शुभकामना देते हुए बताया कि निरंतरता ही जीवन में सफलता का मूल है।
मनीष तिवारी ने आयोजन के लिए बधाई देते हुए छात्राओं को तेजी से बदलते समय की ओर संकेत करते हुए बताया कि अपनी शिक्षा से इस बदलाव के परिप्रेक्ष्य को जोड़ना जरूरी है। सभी तरह की सीमाओं से मुक्त इंटरनेट की दुनिया इतिहास में सबसे अधिक विकेंद्रीकृत ज्ञान की दुनिया है जिसका सही तरह से लाभ उठाया जाना चाहिए। समय का रचनात्मक उपयोग जरूरी है। साकेत मिश्रा ने अपने विद्यार्थी जीवन को याद करते हुए बताया कि किताबें कल्पना को उड़ान देने का काम करती हैं। सही संदर्भों में बदलाव किताबों से ही मुमकिन है। ओपन माइंड नज़रिया को अपनाने जी जरूरत पर बल देते हुए कॉलेज की दुनिया को खास बताया जहां दूसरों के प्वाइंट ऑफ व्यू का पता ही नहीं चलता बल्कि उसे स्पेस भी मिलता है। फ्रीडम ऑफ स्पीच को जरूरी मानते हुए I इतिहास को सही संदर्भों में तलाशने और समय में जीने की कला में संतुलन को भी जरूरी बताया। विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत करने और धन्यवाद ज्ञापन के साथ ही लिटरेचर फेस्टिवल का तीसरा संस्करण समाप्त हुआ।